आओ चले
आओ चले
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आओ चले उस कश्ती मे
जिसे कोई किनारा न मिले
जीवन की इस नैया में हम दोनो तैरे बनके हमदम ,
डूब जाए हमारी यादों के समंदर में,
वादा करले ' जीने मरने का,
साथ रहकर पूरे सपने हर ,
आओ हम मिलजाए कुछ इस कदर,
जुदा ना कर सके कोई भी मरकर l