इश्क किया कर
इश्क किया कर
अपने आपसे कभी इश्क किया कर
खुदको अपने ही इश्क से नवाजा कर।
दुनियावाले तेरी मोहब्बत को भले ही ना समझे,
तु अपने इश्क पे गुरुर किया कर।
चांद निकलने पर छुप जाया कर,
चांदनी को बी कभी बक्षा कर।
अपना अंदाज कभी बयां कर,
जितना पूछे उससे कम बताया कर।
कभी खामोश रेह कर बहुत कुछ केह दिया कर,
होठों से कम ओर निगाहों से बात किया कर।
हो सके तोह खुदसे मोहब्बत किया कर,
अपने जज्बातों को बयां कर।
खुदको समंदर बनाके दरिया से मिलजाया कर।
अपने आपसे भी इश्क किया कर
खुदको अपने ही इश्क से नवाजा कर।