STORYMIRROR

Dr. Hemlata

Romance

4  

Dr. Hemlata

Romance

आंखसोई सोई आंख न लगी,

आंखसोई सोई आंख न लगी,

1 min
171

सोई सोई आंख न लगी,

यू ही रात भर आंख न लगी,

उसकी चाहत में खोई थी,


जिसे हर हाल में

निभानी है

सोच सोच के आंख थक गई,

यादों को के दिल से लगाए 


बैठी रही,

उस रात के अंधेरे में

आंखो के सवेरे ने

छलकती आहोों

ने, मार डाला 

मुझे उसके इश्क ने।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance