आज
आज




जो आज है वो कल न होगा
जो अभी है वो कभी न होगा
थाम लो आज ही ये क्षण, ये पल
ऐसा न हो ये क्षण, ये आज
हाथों से न जाए निकल।
बाद में सिर्फ पछतावा होगा
जो अभी है वो कभी न होगा
जो आज है वो कल न होगा
ज़िन्दगी कभी चाँदी सी चमचमाती है
कभी कोयले से अँधेरे ले आती है
आज हवाएं है संग तेरे तो, कल
रुख हवाओं का कही और होगा
जो आज है वो कल न होगा
जो अभी है वो कभी न होगा।
वक्त की अठखेलियाँ, न कोई समझ सका
कब ठहरा और कब जाएगा, न कोई जान सका
किस्मत के लीबाज़ो को, एक पल में बदल देता है
वक्त अपनी ताकत, हर एक को दिखा देता है
वक्त के हर पल को तवज्जों देना होगा
जो आज है वो कल न होगा
जो अभी है वो कभी न होगा।
ज़िन्दगी कभी प्रेम में गोते लगाती है
तो कभी निराशाओं से उबरती है
कभी अपनों से दूर कर देती है
तो कभी बिछड़ों को मिलाती है
खुशियों के इन लम्हों को चुनना होगा
एक ख्वाब टूटे तो नया ख्वाब बुनना होगा
जो आज है वो कल न होगा
जो अभी है वो कभी न होगा।