गुरु हैं माली, शिष्य हैं फूल
गुरु हैं माली, शिष्य हैं फूल
गुरु हैं माली शिष्य हैं फूल
आज के लोग इन्हें जाते भूल।।
गुरु की सेवा गुरु की पूजा
जीवन की बस यही वसूल
गुरु हैं माली शिष्य हैं फूल
आज के लोग न जाते भूल।।
जिनकी मेहनत जिनका परिश्रम
जीवन में खिलाए गुल
गुरु हैं माली शिष्य हैं फूल
आज के लोग इन्हें जाते भूल।।
जिन से बने यह जीवन हमारा
उनकी बातों को करना कबूल
जिन से सफल हो जन्म हमारा
उन्हें अंत समय तक कभी ना भूल।।
गुरु हैं माली शिष्य हैं फूल
आज के लोग इन्हें जाते भूल।।