आगो मौसम चुनाव रो
आगो मौसम चुनाव रो
फेर सु आगी भाळ चुनावा री, नुवा-पुराना नेता री
षाढ मास म ही दिख्यो, सावन बरखा लागी रे
घरा - घरा जार बात मनाव, हाथ जोड़ घुटना बल चाल्या रे
फेर सु आगी भाळ चुनावा री, नुवा-पुराना नेता री
षाढ मास म ही दिख्यो, सावन बरखा लागी रे
देख्या देख सफेदी चढ़गी, पगा म नूयी जूती घाल्या रे
मूँछ मुंडार मूँछ मरोड़, सगळा काड गाळा रे
आगी भाळ चुनावा री, नुवा-पुराना नेता री।
देखी भीड़ घणी चाया पर, कुर्सी कुणकी चर्चा चाली रे
चुनावमंत्री सगळा बणग्या, खुद न ही खुद जीतावे रे
अता दिना सू घरा बैठ्या, सगला बारे निकल्या रे
वोट बैं
क बनाबे ख़ातिर, हवा बनाव राता म
जीत-हार तो होती रेसी, मत कर आज बुरायाँ रे
आगी भाळ चुनावा री, नुवा-पुराना नेता री।
नुवा-नुवा का फड़का देख्या, म्हारी भी मंशा जागी रे
म भी बणस्यू नेतों, पेर धोळो धोती-कुर्तों रे
देख्या राजनीत का दावपेंच, म्हारो मनड़ो बोल्यो रे
प्यार-प्रेम की बोली बोल्यो, पर मिलसी इम बुराया रे
सोच्यो उल्टो म्हारो मनड़ो, गेला चुनाव याद दिरायो रे
भाया को भाया सु बेर, अ चुनाव करायो रे
दिल प हाथ राख सोगन खाली,
पेट भरसी कमाया रे
खूब मुबारक़ सगळा न, वादा की पोटळ्या बणाया रे
आगी भाळ चुनावा री, नुवा-पुराना नेता री।