STORYMIRROR

गजेंद्र कुमावत"मारोठिया"

Inspirational Others

3  

गजेंद्र कुमावत"मारोठिया"

Inspirational Others

भारत के वीर

भारत के वीर

1 min
64

है वहीं भारत का चन्दन 

करते है हम सब वन्दन 

मातृभूमि का तिलक लगाकर 

जन्मदायिनी अर्पित कर देती है नंदन 


भारत भू की पुण्य-धरा पर 

सरहद की जीवन रक्षा कर 

खड़ा रहता वो रात-दिन 

कभी भूखा कभी थोड़ा खाकर 


सोच रहा घर वो भी होता है 

पर्स में रखकर फोटो देख वो भी रोता है 

पर याद वो ये हरदम रखता है 

तिरंगे से लिपटकर वो 

मातृभूमि की रक्षा कर 

माँ के दूध की लाज़ रखता है 


उस माँ को मैं कोटिशः नमन करता हुँ 

उस क्षत्राणी को में कोटिशः नमन करता हुँ 

देख तिरंगे में लिपटे भारत के वीर जवान को 

वे सिंह दहाड़ से कहती है 

भारत माँ का सुत है ये 

भारत माँ का सुत है ये 

कर्ज चूकाकर आया है 

बलिदान हुआ है अमर हुआ है 

दुश्मन को धूल चटाकर आया है 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational