Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Amitosh Upadhyay "amit"

Tragedy

5.0  

Amitosh Upadhyay "amit"

Tragedy

आ जाओ ना एक बार

आ जाओ ना एक बार

2 mins
262




पलकें बंद करते ही तुम्हारा चेहरा सामने होता है

क्यों तुम्हे याद कर दिल अंदर ही अंदर रोता है

क्यों सताती है मुझे यादें तुम्हारी बार बार

क्योंकि तुम्हीं तो हो मेरा पहला प्यार .....

पर मैं अभागा, दे ना सका तुम्हारा साथ ....

और मजबूरी में ही सही 

तुमने थाम लिया किसी और का हाथ ....

मैं जानता था, 

बहुत मजबूर हो गई थी तुम ....

ना चाहते हुए भी,

किसी और की हो गई थी तुम ....

पर मैं चाह कर भी कुछ कर ना सका,

तकदीर के लिखे को बदल ना सका ....

मुझे याद है, उस रात मैं खूब रोया था,

तुम्हारे लिए सजी थी फूलों की सेज़ 

पर मैंने तो ख़ुद के लिए काँटों को बोया था.... 

शायद मेरी तकदीर ही मुझसे रूठ गई थी,

ज़िंदा तो था मैं, 

पर मेरी ज़िंदगी मुझसे छूट गई थी.... 

रह-रह कर याद आते थे तुमसे किये वादे,

अब तो बस रह गई थीं केवल तुम्हारी यादें....

उन्ही यादों के सहारे अब ज़िन्दगी कट रही थी, 

मेरी दुनिया अब दोबारा मुझमें ही सिमट रही थी....

चारों ओर हताशा के घने बादल छाए हुए थे,

हम दोनों ही तो सच में हालात के सताए हुए थे....

मुझे पता था बहुत दर्द सहा था तुमने,

और खूब रोइ थी मुझसे बिछड़कर,

लम्हा-लम्हा बीता था तुम्हारा भी तड़पकर .... 

तुम्हारे घर बारिश हुई थी आंसुओं की.....

लेकिन मैं तो बहा भी नहीं सकता था आंसुओं को,

मर्द जो ठहरा.... 

डरता था लोग क्या कहेंगे....

पर मेरा जीवन तो सूना था....

तुम्हारे बिना ........

और होता भी कैसा ?

हो सके तो एक बार, बस एक बार

लौट कर आ जाना

और अपने हिस्से का दर्द देकर

मेरे हिस्से की सारी खुशियां ले जाना …..

और हाँ,

मेरे हिस्से का प्यार मुझे दो, या ना दो

मेरे हिस्से के आंसुओं को ज़रूर दे जाना,

रो लूंगा तुम्हारे दामन से लिपट कर

कर लूंगा दूर सारे गिले शिकवे,

बहा दूंगा सब कुछ इन आंसुओं के साथ

और हो सके तो कर लेना आख़री बार

यह इकरार

कि मैं ही हूँ तुम्हारा पहला प्यार 

आ जाओ ना लौट कर

बस एक बार

क्योंकि तुम ही तो हो मेरा पहला प्यार …....


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy