एक अध्यापिका ,लेखिका,
अपनी बेटी के चेहरे को निहारती और इसी तरह दिन गुजरते जा रहे थे अपनी बेटी के चेहरे को निहारती और इसी तरह दिन गुजरते जा रहे थे