न हारे हैं, ना हारेंगे…
न हारे हैं, ना हारेंगे…
क्यों डरा और सहमा हुआ यह ज़माना है
हर ज़ुबाँ पर आज कोरोना का फ़साना है
जो अब भी सो रहे हैं उनको हम जगाएंगे
स्वास्थ्य सर्वोपरि है, सबको समझाना है
संकल्प के साथ जागरूकता भी फैलाएंगे
ख़ुद से वादा करना है, वादे को निभाना है
याद रहे किसीसे भी हाथ नहीं मिलाओगे
हाथ जोड़ प्यार तथा सम्मान जताना है...
एक और मंत्र है, जिसका सब प्रचार करो
सब से ज़रा दूरी रखो जैसे कोई बेगाना है
हाथों को धो-धो कर... स्वच्छता अपनाओ
आरोग्यता जीवन में बहुत बड़ा ख़ज़ाना है
अपनी और सबकी सुरक्षा आप के हाथ है
घूमना-फिरना बंद, घर ही अब ठिकाना है
घर वालों के संग रहो और समय बिताओ
सावधान रहना है घर का पका ही खाना है
मुंह, नाक और आँखों को छूने से बचना है
खांसते या छींकते हुए औरों को बचाना है
बुख़ार, खांसी और सांस लेने में दिक़्क़त हो
अस्पताल में जाकर डॉक्टर को दिखाना है
लॉकडाउन है यदि तो हमारे हित के लिए
स्वयं तो मानो ही दूसरों को भी मनाना है...
इस वायरस को सबने मिल कर भगाना है
न हारे हैं, ना हारेंगे… कोरोना को हराना है