मिलन के लम्हे, हैं याद मुझको
मैं भूला तुझको, ना याद मुझको
तुम्हारा ख्वाबों मेे रोज़ आमद
खुशी का वो पल, है याद मुझको
मै तुमसे कैसे, करूं शिकायत
तुम्ही हो पहली, मेरी मोहब्बत
मै ढूंढूं तुमको, किधर बताओ
पता तुम्हारा, ना याद मुझको
रहा ना कोई हमारे दिल में
जुदाई तुमसे ना सोंचा मैंने
तुम्ही को अक्सर, कहा मैं अपना
बिछड़ना तुमसे, है याद मुझको
कभी तो आओ मुझे भी ढूंढो
सुकून का अपना महल बनाओ
तुम्हारे बिन जीना कितना मुश्किल
तुम्ही हो चाहत, है याद मुझको
जगह बदलना, शहर बदलना
नयन से आंसू मेरे छलकना
उदास दिल है तुम्हारे बिन अब
हबीब कहकर, बुलाओ मुझको