वो प्यार तू ही है
वो प्यार तू ही है
जिसे ढूँढ रहा,
तू तितर-बितर,
वो प्यार, तू ही है !
जो पा न सका,
जो खो दिया कहीं,
वो प्यार, तू ही है !
जो माँग रहा है,
तू रब से हर दफ़ा,
वो प्यार, तू ही है !
जिसे पाकर तू,
पा लेगा खुद को,
वो प्यार, तू ही है !
भुलाकर दुनिया को,
खोकर खुद में,
पहचान जो खुद को जाएगा !
इस दुनिया में फिर,
प्यार ही पाएगा,
जब खुद से तू मिल जाएगा !