Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Ratna Kaul Bhardwaj

Inspirational

4.8  

Ratna Kaul Bhardwaj

Inspirational

यह उम्र पचास

यह उम्र पचास

1 min
562


है अजीब यह उम्र पचास 

होती इसमें बात बड़ी खास 

जवानी का दायरा कम 

और बुढ़ापे का आगाज़ 


पार करते ही अर्ध शतक 

देता है अलग ही आनंद 

ज़िम्मेदारियाँ होती है भरपूर 

पूरा करने में बन्दा पाबंद 


नहीं लगती बोझ कभी 

ज़िम्मेदारी की यह पोटली 

ज़िन्दगी दिखती है भरपूर 

नहीं होती हंसी अब खोखली 


कंधे से कन्धा मिलाकार 

अब बच्चे साथ चलते हैं 

छाती चौड़ी हो जाती है 

उनके सपने अपने लगते हैं 


प्यार भरपूर बांटने का 

वक्त होता है यही सही 

सपने बच्चों के साकार हो 

पीछे इससे कोई हटता नहीं 


सफर इस मुकाम का 

कुछ अलग सा ही होता है 

जीने का मकसद बदल जाता है 

आदमी जिसमें खो जाता है 


राहें अब इस मोड़ पर  

बहुत ही भिन्न होती है 

ज़िन्दगी खुद की नहीं 

बच्चों के भविष्य में दिखती है 


रोज़ एक नया तजुरबा 

आज़माइश रोज़ एक नई 

अपनी रुचियों से बेखबर,  

होते सपने उजागर, कुछ अलग ही 


बेटे का सेहरा, विदाई बेटी की 

सपनों की सीमा होती यही

सर्व समर्पण से इन सपनों को 

निभाना चाहता है दिल से हर कोई


यह पड़ाव अपनी उम्र का

इसको जियेगा शान से जो भी

मकसद जीने का होगा पूरा उसका 

सौगात लगेगी डालती शाम भी 


आगाज़ असली ज़िन्दगी का शायद

शरू होता है पचास के आंकड़े से

आने वाला कल दस्तक देता है

उठ कदम बढ़ा ,जाग जा अब नींद से


हर उम्र का यूं होता है 

अलग ही एक अंदाज़ अपना 

कहीं आगाज़ तो कही अंजाम 

कहीं गिर के उठना, कहीं संभलना


राज़ ज़िन्दगी का यही तो है 

कदम कदम पर आहट नयी 

बीता पल अक्स छोड़ जाता है 

आने वाला लाता खुशियां कई.......


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational