रंगीन दुनिया
रंगीन दुनिया
ये है रंगीन दुनिया, ये है मोहब्बत की दुनिया।
ये है प्यारी दुनिया, ये है धन्दों की दुनिया।
ये है मतलबी दुनिया, ये है प्रेम की दुनिया।
ये है मेरी दुनिया, मेरे जीवन की दुनिया।
मैं चल रहा हूँ, मेरे दिल की बातों से।
अगर ना पूछे, चलता रहूँगा मैं अकेला।
फिर भी सोंचता हूँ, मैं अकेला।
क्या है ये जीवन? मैं फस गया इस दुनिया में।
हज़ार आँखे देखती है मेरे जीवन को।
क्या कहूं? अब मैं शर्मिंदा हूँ।
फिलहाल सोंचता हूँ, चलना होगा इस दुनिया में।
फिर भी फस जाना पड़ता कभी फैसलों में।
सोच-सोच के थक गया अभी।
ना मोहब्बत होना, ना मेहबूब होना।
ये जीवन नहीं, जीवन के साथ चलना।
हो गया पागल, दुनिया के मामलों से।
मैं रहूँगा अकेला, और चलूँगा अकेला।
जीने के शौक से जीता रहूँगा।
मतलब की दुनिया में चलता रहूँगा ।
काबिल ना करो, मेरे जीवन प्रयाण में।
ये दुनिया है झनक-झनक पायल बाजी।
किस्मत नहीं खुलती, कई लोगों की।
कौन जाने, किस को पता, चलने का रास्ता।
बेकार हो सकता, इस दुनिया में चलना साथी के साथ।