Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

anuradha chauhan

Abstract Classics

4.6  

anuradha chauhan

Abstract Classics

रिश्तों का खज़ाना

रिश्तों का खज़ाना

1 min
356


ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना

यहाँ सुख दुख का आना जाना

ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना

यहाँ सुख दुख का आना जाना


हाँ ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना

यहाँ सुख दुख का आना जाना


संघर्ष यहाँ के है निराले

सच झूठ न कोई देखे भाले

अरे संघर्ष यहाँ के है निराले

सच झूठ न कोई देखे भाले


किस ओर जा रहा ज़माना

जीवन का मर्म नहीं जाना

ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना

यहाँ सुख दुख का आना जाना


सच्चाई की राह से गुज़र

तकलीफों की परवाह ना कर

सच्चाई की राह से गुज़र

तकलीफों की परवाह ना कर


दुख मिलकर करेंगे रवाना 

यहाँ डरकर न जीवन बिताना।

ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना

यहाँ सुख दुख का आना जाना


बीत जाएंगे यह दुख भरे दिन

फिर खुशियों को गिन हर दिन

बीत जाएंगे यह दुख भरे दिन

फिर खुशियों को गिन हर दिन


कभी दुख से नहीं घबराना

यहाँ पल में बदलेगा जमाना

ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना

यहाँ सुख दुख का आना जाना।


फिल्म का नाम"अंदाज"

गीत-"ज़िन्दगी एक सफ़र है सुहाना"


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract