प्यार जग में सबसे बड़ा है
प्यार जग में सबसे बड़ा है
नर और नारी की जब,
उत्पत्ति हुई होगी।
कहीं ना कहीं तो प्यार की,
चिंगारी जली होगी।।
दो दिलों की धड़कनों से,
यह सब शुरू हुआ होगा।
तभी तो यह कारवां आगे,
बढ़ता गया होगा।।
कारवां बढ़ता गया और,
प्यार का विस्तार होता गया।
रिश्ते- नाते बनने का,
सिलसिला बढ़ता गया।।
प्यार इंसानों के साथ तो क्या पशु-पक्षी,
और पेड़-पौधों से भी होता गया।
इसी प्रेम और विवेक से मानव,
विकास भी अपना करता गया।।
प्यार के बंधनों से ही यह,
सलोनी दुनिया बन गई।
इस जग में प्यार की बहुत सी,
अमर कहानियां भी बन गई।।
प्यार ही जग में सबसे बड़ा है,
इसके बिना ना कोई इंसान बना है।
अपने दिल में प्यार हमेशा बनाए रखियेगा,
सलोनी दुनिया में खुशियाँ भोगकर जाइयेगा।