*सफल जीवन*
*सफल जीवन*
जब हम अपने मन से सब ,
गड़बड़ घोटाले दूर कर लेंगे।
तभी हम सुख -चैन की ,
जिंदगी को जी पा लेंगे।।
मन को शुद्ध पानी जैसा,
पारदर्शी बना लेना है।
कोई प्रदूषण का कण उसमें ना रहे,
ऐसा ही कुछ बना लेना है।।
ऐसा करने से मन मस्तिष्क,
सब शरीर स्वस्थ हो जाएगा।
कोई भी विकार -रोग,
उसमें न रह पाएगा।।
आत्मा को परमात्मा से,
मिला लेना है।
इस मानव जीवन को,
सार्थक कर सफल बना लेना है ।।