मैं हार गई तुम्हारे साथ बिना बचा और क्या..? मैं हार गई तुम्हारे साथ बिना बचा और क्या..?
ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना यहाँ सुख दुख का आना जाना। ज़िन्दगी रिश्तों का है ख़ज़ाना यहाँ सुख दुख का आना जाना।
पराए तो पराए ठहरे उनसे क्या गिला कोई अपना भी दिल दुखाता है क्या पराए तो पराए ठहरे उनसे क्या गिला कोई अपना भी दिल दुखाता है क्या
दिन बनाम रात एक दूजे की पहचान दिन बनाम रात एक दूजे की पहचान
पूरे साल हैरान होते रहेंगे प्रश्न कर्म के संजीदे उत्तरों से। पूरे साल हैरान होते रहेंगे प्रश्न कर्म के संजीदे उत्तरों से।
नज़रों से थोड़ी दूर नज़रों के सामने ही रहना..! नज़रों से थोड़ी दूर नज़रों के सामने ही रहना..!