सुबह सवेरे
सुबह सवेरे
सुबह- सवेरे जब तुम मेरे हाथो मे आ जाते हो
दुनिया भर की सारी खबरे साथ समेटे लाते हो
अच्छी हो या बुरी ,सारी खबरे बतलाते हो
लगती हो कागज की गठरी, तुम दम बहुत ही रखते हो
अच्छो की तारीफ हो करते, बुरे की नानी याद दिलाते हो
अखबार हो दिलदार तुम, सबके दिलो मे बसते हो
खुशियां हो या गम हमेशा साथ निभाते हो
हिन्दू, मुस्लिम या कोई धर्म का, सबके घर तुम जाते हो
अखबार हो दिलदार तुम, सबके दिलो मे बसते हो !