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Khushi Gupta

Drama

5.0  

Khushi Gupta

Drama

वाह रे मतलबी दुनिया

वाह रे मतलबी दुनिया

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वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया

पल मे अपने को पराया बनाया

मेरे अपनों ने भी मेरा साथ छोड़

मुझे मेरा महत्व बताया

यू इस तरह उन्होंने मुझे जीने का तरीका सिखाया,

वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया।।


अब न ही जीने की हिम्मत रही

और न ही मरने का रास्ता रहा

मुझे इस दुनिया ने ऐसा ऊँगलियों पर नचाया,

एक तरफ कुआँ और एक तरफ खाई

कह कर लोगों ने खूब ङराया

पर आज न जाने क्यों

इस मतलबी दुनिया ने इतनी मीठी बातें कर

मेरा उसी डर से सामना कराया ।

वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया।।


दीदी-दीदी बोलने वाली को भी पराया बनाया

पैसो ने अपना जादू दिखाया

भाईओं के प्यार को भी एक

पल में कुचल दिखाया

वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया।।


प्यार के बंधन को तोड़

फूलों के,

तारो के भी सूरो को हिला डाला

वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया ।।


झूठे रिश्तो के जाल में मुझे फंसा डाला

मेरे अपनों को भी झट से पराया बना डाला

वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया।।


दो पल की खुशियों को गायब कर

गम के बादलो से बिघा ङाला।

वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया।।


पर इस मतलबी दुनिया मे

मुझे जीना सीखा कर सही मे

कुछ अच्छा कर दिखाया

वाह रे मतलबी दुनिया

तुने क्या करतब दिखाया।।


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