हाय ! कैसे बयां कर दूं
हाय ! कैसे बयां कर दूं
इज़हार मोहब्बत का, हाय ! कैसे बयां कर दूँ ।
वो दिल में रहते हैं, हाय ! कैसे बयां कर दूँ।।
मेरी सांसें उनकी है, धड़कन भी उनकी है ।
हाले दिल अपना हाय ! कैसे बयां कर दूँ।।
सांसों में सांसों की सरगम, हर पल बजती है
कि मधुर-प्रेम-संगीत, हाय ! कैसे बयां कर दूँ।।
श्रृंगार किये बैठे हैं, हम तो उनकी राहों में ।
हूं उनके पहलू में, हाय! कैसे बयां कर दूँ ।।
वो जान से प्यारे हैं, और जान हमारे हैं ।
वो हैं तो मैं भी हूँ, हाय ! कैसे बयां कर दूँ।।
सूरत उनकी भोली है, दिल भी भोला सा है।
मासूम अदाओं को, हाय ! कैसे बयां कर दूँ।।
वो हंसें तो गुलशन खिलता, मौसम रंगी हो जाता ।
आगोश में वो आए, हाय ! कैसे बयां कर दूँ।।