STORYMIRROR

Neetu Singh Chauhan

Others

3  

Neetu Singh Chauhan

Others

मुक्तक

मुक्तक

1 min
576


1)

दिल की बात जुबां पर लाओ,होती है कयामत हो जाए।

तनहाई में मिले हो तुम, होती है शरारत हो जाए ।।

पहरे लगा ले लाख जमाना, कुछ न उसे हासिल होगा ।

हम प्रेमी हैं प्यार करेंगे, होती है बगावत हो जाए ।।


2)

मीठा सा एहसास जगा है क्या तुम यहीं कहीं हो ।

रोम-रोम में प्रेम पगा है क्या तुम यहीं कहीं हो ।।

अनुभूति यही हर बार हुई कि पहली बार छुआ है ।

पर प्रेम का रोग लगा है क्या तुम यहीं कहीं हो ।।


3)

मुद्दतों के बाद मुझको मीत मेरा है मिला ।

होंठों को फिर एक नूतन गीत मेरा है मिला ।।

पाने की हर एक आशा खो दिए थे जो सकल ।

बांह फैलाकर मुझे पुनि प्रीत मेरा है मिला ।।


4)

सत्य-अहिंसा के पालक हम ,पहले रार नहीं करते।

कभी शत्रुदल का धोखे से हम संहार नहीं करते ।।

पुलवामा करके बतलाया तुम औलाद हो गीदड़ की ।

शूरवीर लडते हैं रण में छुपकर वार नहीं करते ।।



Rate this content
Log in