योग सीखिए पर नेता लोगों से नहीं
योग सीखिए पर नेता लोगों से नहीं
(आधा घन्टा या दस मिनट आसन किया, हो गया योग? बकवास है, योग साधना में बीस तीस साल लग जाते हैं, य़ह कोई साल मे दस मिनट वाला योग नहीं ही, selfi ली और हो गया ,neta लोग इसे मज़ाक़ समझते हैं)
योग के विस्तृत अंग य़ह है...
योग की आठ अंग, जो जीवन को सुखद बनाते हैं,
व्यायाम के बिना भी, जीवन को रंगीन बनाते हैं।
1. यम (नियम)
- अहिंसा: दूसरों के प्रति अहिंसा करें।
- सत्य: सत्य बोलें और अपने वचनों पर अमल करें।
- अस्तेय: चोरी न करें, और दूसरों की संपत्ति का अपमान न करें।
- ब्रह्मचर्य: अपनी इंद्रियों को नियंत्रित करें।
- अपरिग्रह: अपनी इच्छाओं को संयमित रखें।
2. नियम (आसन):
- आसनों के माध्यम से शरीर को स्थिर और सुविधाजनक बनाएं।
3. प्राणायाम (श्वास-नियंत्रण):
- श्वास को नियंत्रित करने के लिए विशेष तकनीकें।
4. प्रत्याहार (इंद्रिय-निग्रह):
- इंद्रियों को बाहरी विषयों से अलग करने की कला।
5. धारणा (ध्यान):
- मन को एक विशेष विषय पर ध्यानित करने की प्रक्रिया।
6. ध्यान (समाधि):
- अपने आत्मा के साथ एकीकृत होने की अवस्था।
7. समाधि (आत्म-साक्षात्कार):
- आत्मा के साक्षात्कार की अवस्था, जो अद्वितीय है।
योग की आठ अंग, जीवन को सुखद बनाते हैं,
व्यायाम के बिना भी, जीवन को रंगीन बनाते हैं।
( घटिया नेताओं को चेतावनी भी है य़ह)
