Turn the Page, Turn the Life | A Writer’s Battle for Survival | Help Her Win
Turn the Page, Turn the Life | A Writer’s Battle for Survival | Help Her Win

Shweta Sharma

Inspirational

4  

Shweta Sharma

Inspirational

विकलांगता

विकलांगता

3 mins
475


"अरे मम्मी, आ गईं आप; कैसे हैं अब दोनों पति पत्नी।"अनमोल ने अपनी मम्मी सुचित्रा जी से पूछा, जो अभी अभी किसी दूर के रिश्तेदार के बेटे बहू अक्षत और सोनिया को हॉस्पिटल से देखकर आई थीं, जिनका कार एक्सिडेंट अभी कुछ दिन पहले हुआ।

"ठीक ही हैं, जान तो बच गई; पर अक्षत का एक हाथ खराब हो गया और उसकी पत्नी सोनिया की याददाश्त अभी चली गई है और उसका भी पैर खराब ही लग रहा है डॉक्टर को।" आराम से पानी पीते हुए सुचित्रा जी ने कहा, जैसे उन्हें कोई परवाह ही नहीं है किसी की।

"ओह! ये तो बहुत ही ज्यादा बुरा हुआ, ये नहीं होना चाहिए था, अभी कुछ महीनों पहले ही दोनों की शादी हुई थी और अब दोनों के साथ ऐसा हो गया, चाचा और चाची का हाल तो बहुत बुरा होगा।" दुखी होते हुए अनमोल बोला।

"बुरा तो हैं हाल उनका, दोनों बहू बेटे ही विकलांग हो गए, पर क्या कर सकते हैं भगवान के आगे; जैसा करेंगे वैसा भरेंगे।" मुंह बनाते हुए सुचित्रा जी बोली।

"ये आप कैसी बातें कर रही हो मम्मी।" अनमोल ने सुचित्रा जी से कहा।

"सही कह रही हूं, भगवान सजा सबको देता है उसके कर्म की, जब तेरी नौकरी नहीं लग रही थी; तो कैसे अक्षत के मम्मी पापा कहते थे, अनमोल को अक्षत के जैसा बनाओ एक्टिव, सीधे लोगों को आजकल पागल कहते हैं, कोई लड़की शादी भी नहीं करेगी, भाग जाएगी लड़की और हंसते थे दोनों और ना जाने क्या क्या मजाक बनाते थे तेरा।" दुखी होते हुए सुचित्रा जी ने कहा।

"तो इसमें अक्षत भाई और सोनिया भाभी की तो कोई गलती नहीं थी ना मम्मी, उन दोनों ने तो हमेशा मुझे मोटिवेट किया और उनके मोटीवेशन से ही मुझे जॉब मिली, अक्षत भाई खुद गुस्सा करते थे अपनी मम्मी पापा पर जब वो लोग मुझे कोई व्यंग्य करते थे या मजाक उड़ाते थे।" अनमोल ने कहा।

"तेरी बात सही है, लेकिन उनकी इस तरह की बातों से तू कितना डिप्रेशन में जाने लगा था।" सुचित्रा जी ने थोड़े गुस्से में कहा।

"लेकिन उसी डिप्रेशन से मुझे अक्षत भाई और सोनिया भाभी ने ही निकाला था, ये भूल गईं आप।"अनमोल ने अपनी मम्मी से पूछा।

"बच्चों को भुगतना पड़ता हैं बड़ों के कर्मों को।" सुचित्रा ने मुंह बनाते हुए कहा। 

"मम्मी, आपको चाचा और चाची से प्रॉब्लम हैं, वो कोई बात नहीं, उन्हें मैं भी ज्यादा पसंद नहीं करता, लेकिन उनके बेटे बहू के बारे में कुछ मत बोलिए, उनके बारे में अच्छा बोलिए और उनके लिए दुआ कीजिए वो दोनो ठीक हो जाए, क्यूंकि वो सिर्फ शारीरिक विकलांग हुए है, लेकिन आप जिस तरह से उन दोनों के बारे में गलत कह रही हो, वो सोच भी विकलांगता में आती है, मेरी बात पर विचार जरूर कीजिए और कुछ बुरा लगा हो तो माफ़ कीजिए।" अनमोल ने सुचित्रा जी से कहा और उठकर कमरे में चला गया अपनी मम्मी के सामने विकलांगता के ऊपर एक प्रश्न छोड़कर।


Rate this content
Log in

More hindi story from Shweta Sharma

Similar hindi story from Inspirational