उदय भाग २१
उदय भाग २१
दूसरे दिन रामा काम पर आया नहीं था। उदय तैयार होकर हरिकाका के घर पंहूँचा और शाम तक बताये हूँए काम करता रहा। शाम को खेत पर जाने के लिए निकला और तालाब के पास जाकर एक पेड़ पर चढ़ गया।उसे पता था की गांव में सब १० बजे तक सो जाते है फिर भी उसने ११ बजे तक राह देखी ,फिर वह पेड़ से उतरा और हरिकाका के घर की तरफ चल दिया। घर के पास पहूँंचने के बाद वह उसने सोचा की अगर रोनक घर के अंदर सोया होगा तो फिर वह कैसे होगा। लेकिन उसकी खुशनसीबी थी की रोनक आँगन में खत डालकर सो रहा था, उदय ने दबे पाँव नजदीक जाकर नस दबाकर बेहोश किया और रोनक को अपने कंधे पर गठरी की तरह डालकर खेत की तरफ चल दिया। एक दो बार उसने पीछे मुड़कर देखा की कोई पीछा तो नहीं कर रहा, फिर आश्वस्त होकर आगे चल दिया। लेकिन वह इस बात से बेखबर था की एक साया उसका पीछा कर रहा है।
खेत में पहूँंचने के बाद एक खटिया में रोनक को सुलाकर उदय उसे होश में लाया उसे कुछ समझ में आने से पहले उदय ने उसे सम्मोहित करना शुरू कर दिया अब रोनक पूरी तरह उदय के काबू में था। उदय ने उससे सवाल करने शुरू कर दिए और रोनक ने तोते की तरह जवाब देना शुरू कर दिया।
तुम्हारा नाम क्या है ?
रोनक।
अभी कहा रह रहे हो ?
नेब्रास्का के ओमाहा शहर में।
कितने साल से ?
सात साल से।
वहां क्या कर रहे हो ?
मनोचिकित्सक हूँ और एक रिसर्च पे काम कर रहा हूँ।
कैसी रिसर्च ?
रामायण काल के एक हथियार या औजार जो भी कह सको।
रिसर्च किसके लिए कर रहे हो ?
स्वामी असीमानंद के लिए।
स्वामी को कितने साल से जानते हो ?
लगभग सात आठ साल से।
स्वामी से परिचय कैसे हुआ ?
डॉ. पल्लव के केस के वक़्त एक बार मिले थे।
उसके लिए काम करना क्यों स्वीकार किया ?
मैं सिर्फ पैसे के लिए काम करता हूँ और उसने मुझे दो करोड़ ऑफर किये थे।
औजार तक कैसे पहुँचे ?
ओमाहा के एक भूविज्ञानी ने एक रिसर्च की थी लेकिन उसे कही जाहिर नहीं की मगर न जाने कैसे असीमानन्दजी को पता चल गया की रावण का औजार कहा हो सकता है इसकी इन्फॉर्मेशन उस रिसर्च में है। अमरीकन सरकार उसकी रिसर्च छीन न ले इसलिए उसने सरकार से भी यह बात गुप्त रखी थी। मेरा काम था उसके नजदीक जाकर उससे यह इन्फॉर्मेशन निकलना। डॉ . इस मामले में काफी सतर्क था इसलिए मुझे सात साल लगे इस इन्फॉर्मेशन निकालने में। जैसे ही मुझे डिटेल्स मिली मै कॉनफेरेन्स में जाने के बहाने श्रीलंका जाकर यह औजार ढूंढ लाया।
इस औजार का क्या करोगे ?
स्वामीजी को दे दूंगा।
हो सकता है स्वामीजी इसका दुरूपयोग करे फिर क्या करोगे ?
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मुझे सिर्फ पैसे से मतलब है और इसके बदले मुझे १० करोड़ मिलनेवाले है।
अभी औजार कहा है ?
मेरी बैग में।
उदय ने औजार लेने का आदेश देने से पहले कुछ और सवाल पूछना जरुरी समझा।
राजकोट में थे तब स्वामीजी के लिए क्या क्या काम किये थे ?
डॉ . पल्लव को फ़साने के लिए प्रीति नाम की लड़की को हायर किया और उसपर बलात्कार का आरोप लगाकर अंदर करवा दिया।
पल्लव तो तुम्हारा दोस्त था फिर उसके साथ ऐसा क्यों किया ?
मेरी दोस्ती सिर्फ पैसो से है और पैसो किये मैं अपने बाप को भी बेच सकता हूँ।
और क्या किया स्वामी के लिए ?
डॉ . पल्लव की बीवी को हिप्नोटाइज़ करके उसके बच्चे के मर्डर करवाया और उसे सुसाइड करने के लिए कहा।
और इतना सुनने के बाद उदय बेहोश हो गया।