टिश्यू पेपर्स
टिश्यू पेपर्स
पार्टी में साहब अपनी खूबसूरत 'नयी मित्र'के साथ आये थे।सब लोग पीछे मुड़ मुड़ कर साहब की 'नयी मित्र' को देखने लगे।साहब को जैसे 'feel good' हो रहा था।'नयी मित्र' के कदम भी जमीन पर नहीं पड़ रहे थे क्योंकि साहब जो उनके साथ थे।साहब अपने दोस्तों के बारे में मन ही मन सोच रहे थे, "साले, कैसे घूर घूर के देख रहे है? ये सारे लोग जलते है मुझसे।" और बाकी सारे आदमी सोच रहे थे, "पता नही कैसे manage करता रहता है ये सब अपनी family के साथ रहते हुए भी?"
पार्टी के लिए डाइनिंग टेबल पर ढेरों पकवान के साथ साथ सलाद और टिश्यू पेपर्स बड़े ही करीने से सजा कर रखे हुए थे।सब लोगो ने बड़े ही मन से और हँसी मजाक के माहौल में खाना खाया और टिश्यू पेपर्स से हाथ पोछ कर उठने लगे।
थोड़ी देर पहले जो टिश्यू पेपर्स बड़े ही करीने से सजा कर रखे हुए थे,अब वे सारे जूठन भरी प्लेटों में मुचड़े हुए यहाँ-वहाँ पड़े थे।
अचानक किसी ने साहब से हँसते हुए कहा, “कभी कभी इन्हें हमारे साथ भी आने दिया कीजिये,हम भी एन्जॉय किया करेंगे।"
साहब ने हँसते हुए जवाब दिया, "अरे हाँ, मैंने आज ही इन्हें hire किया था पार्टी के लिए। next time you also can hire her."
उनके इस संभाषण सुनते ही साहब की 'नयी मित्र' के चेहरे का रंग जैसे फ़क से उतर गया। और एकदम से उनकी आँखों में जूठी प्लेट्स में खाना खाने के बाद मुचड कर फेंके हुए टिश्यू पेपर्स कौंध गए, जो खाने के पहले डाइनिंग टेबल पर बड़े ही करीने से सजा कर रखे हुए थे...