Akshat Garhwal

Action Fantasy Thriller

4  

Akshat Garhwal

Action Fantasy Thriller

The 13th अध्याय 8

The 13th अध्याय 8

15 mins
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व्हइट पैराडाइस मोटेल’ का सिर्फ नाम ही बड़ा नहीं था, उसका नाम इसलिए बड़ा था क्योंकि वो हर तरह की सुविधा अपने कस्टमर्स को देता था। कुल मिलाकर इस बिल्डिंग में 20 फ्लोर्स है और हर फ्लोर पर एक मेडिकल रूम और एक डाइनिंग रूम अवेलेबल(Available) है। और इस वक्त 20वे फ्लोर के मेडिकल रूम में CIA की वो टीम जमा थी जो कि इस ‘सुपरनैचुरल’ केस पर अपनी इन्वेस्टीगेशन कर रही थी। जहां लिफ्ट खुलती थी वहीं पर सामने की तरफ मेडिकल रूम था, जैक को अभी कुछ देर पहले ही यहां पर भर्ती किया गया था। एलेनोरा, रोबर्ट,जुलिया और इथन वहां पर जैक के बिस्तर से थोड़ी ही दूरी पर बैठे हुए थे। सामने एक पुरुष डॉक्टर जैक का चेक-उप कर रहा था

“मुझे लगता है इस ‘पिज्ज़ा’ ने रात को ज्यादा ही पिज्जा खा लिए थे इसलिए ये गैस के कारण बेहोश हो गया था” रोबर्ट ने सभी के लिए फुसफुसाते हुए कहा

जिस पर सभी ने उसको ऐसी आंखे दिखाई की वो अपने मुंह पर एक ऊगली रकह कर चुप-चाप बैठा बैठ गया। वो मेडिकल रूम काफी बड़ा था वहां पर सिर्फ 10 ही बेड(bed) थे जो कि एक ही लाइन में लगे हुए थे और फिलहाल खाली थे। कुछ नर्सेस और 2 डॉक्टर ही थे जिनमें से एक जैक का इलाज कर राह था तो दूसरी मैडम एक लैपटॉप को खोले हुए अपने हाथ तेजी से चल रही थी, पूरा कमर एकदम साफ सुथरा था सबसे कहिर की दीवार पर लगे

मोनीटर्स(Moniters) सभी को साफ दिख रहे थे और साथ ही वो 360 डिग्री के एंगल वाला कैमरा भी जो कमरे का पूरा फुटेज दिख रहा था। दाई तरफ दीवार के पास 3 पानी के फिल्टर लगे हुए थे और कोने की तरफ जाती है हल्के नीली रंग की लंबी अलमारियां जिनमें मेडिकल का सारा सामान रखा हुआ था   

“जैक को क्या हुआ है डॉक्टर?” डॉक्टर के पास आते ही एलेनोरा ने सवाल किया

“कुछ खास नहीं सिर्फ थकान है” डॉक्टर की बात सुनकर सभी ने चैन की सांस ली “ लगता है कगल पूरी रात जग कर स्मार्टफोन या लैपटॉप पर काम कर रहा था, उसे बस कुछ आराम की जरूरत है। अभ्जी तो आप लोग उससे मिल लीजिये पर में उसे 4-5 घंटे बाद ही रिलीस(release) करूंगा” कहते हुए डॉक्टर कमरा छोड़ कर चला गया।

डॉक्टर के जाते ही सभी जैक के पास पहुंच गए; वो बिस्तर पर लेटे हुए ही सभी को देख रहा था जैसे उन्ही का इंतजार कर रहा हो

“अब कैसा लग रहा है जैक?” जुलिया ने उसका हाथ पकड़ कर पूछा

“बस थोड़ा सा थका हुआ हूँ” जैक ने नींद भरी आवाज में कहा

“इतना काम करने की क्या जरूरत थी? मिस्टर जोस ने तुमसे सिर्फ जानकारी निकलने को कहा था, इतिहास नहीं !”

एलेनोरा ने कुछ गुस्से भरी आवाज में कहा पर उसकी आँखों में जैक के लिए चिंता ही दिख रही थी

“ख़ैर उससे अब कोई फर्क नहीं पड़ता ! मैंने उन शक्तियों के बारे में जानकारी ढूंढ ली है, एक बार सब उसे पढ़ लो तो केस किसी मंजिल तक पहुंच ही जायेगा......जल्........दी करना” जैक ने उबासी लेकर अपनी आंखें मिचमिचाई

“पर तुम्हे ये कैसे पता कि वो ही असल जानकारी है? और कहीं तुम गल....... !” एलेनोरा के शब्द पूरे होने से पहले ही जैक सो चुका था। अब वो सवाल सिर्फ खाली रह गया था....

“चलो जल्दी से चल कर उस पन्नो के बंडल को देखते है !” सभी के कदम अचानक से तेज हो गए और वे सभी अपने इन्वेस्टिगेशन रूम में जा घुसे, जहां पर पहले से ही मिस्टर जोस खड़े हुए थे और उस पन्नों के बंडल को पढ रहे थे। उनका चेहरा बहुत ही उलझन और आश्चर्य का मेल था और वेब जल्दी-जल्दी पन्ने पलटते जा रहे थे, उनका ध्यान इस ओर बिल्कुल भी नहीं गया कि एलेनोरा और उसके साथी कमरे में आ चुके थे

“क्या हुआ सर आपके चेहरे पर बारह क्यों बजे हुए है?... ऐसा भी क्या लिखा हुआ है उस,,,,में” एलेनोरा जैसे ही उनके पास गई उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया उल्टा वो पन्नों का बंडल एलेनोरा के हाथ में थमा दिया.....बिना देखे।

एलेनोरा ने वो बंडल लेकर सामने की तरफ उस टेबल पर बैठ गयी जहां पर अक्सर मिस्टर जोस खड़े होकर अपनी बात कहा करते थे। बीच में एलेनोरा ! और......... अगल-बगल बाकी सभी भी घेरा से लगा कर बैठ गए। अब सब की नज़र सिर्फ उस बंडल पर थी जिसके पहले ही पेज पर लिखा हुआ था

                                                          “चाडर आदिवासी और लोककथा”

चाडर आदिवासी विश्व के सबसे प्राचीन आदिवासी समुदाय है। इनका निवास अफ्रीका के चाड राज्य के एक बड़े से गांव ‘गालो’ में है। अपनी परंपराओं से जुड़े हुए ये बहुत ही सरल स्वभाव के लोग है, इनसे जुड़ी चीजें कभी आपको म्यूसियम में नहीं मिलेंगीं क्योंकि इनका पूरा गांव ही एक म्यूसियम है। यहां पर रहने वाला हर कोई अपनी परंपराओं का पालन बिना किसी के कहे करता है इससे ये बात पता चलती है कि इनकी परंपराओं में किसी को बाध्य करने जैसी कोई बात नहीं है। समय बदला, जमाना बदला तो ये भी बदले पर बाहर से। इंटरनेट, मीडिया, डिजिटल मार्किट ! यहाँ पर भी काफी कुछ है पर जब बात इनकी परंपरओं और अस्मिता का हो तो वो भी हर किसी की नजर में दिख जाती है। इन्हीं के बीच काफी सारी लोककथाएं प्रचलित है पर एक ऐसी कहानी भी है जो न सिर्फ सबसे पसंदीदा है बल्कि उस कथा के नायक की ये लोग पूजा भी करते है। और उस कथा के नायक का नाम है “इजांतक

प्राचीन काल में जब ईश्वर और राक्षस पृथ्वी पर थे ये तब की कहानी है। ‘इजांतक’ नाम का एक राक्षस था, जो अक्सर छुपा हुआ रहता था खासकर तब जब देवताओं और राक्षसों में युद्ध हुआ करते थे। एक बार देवताओ को उसके बारे में पता चल गया और वे उसे मारने के लिए उसके जंगल में गए जबकि उसने किसी का कुछ भी नहीं बिगाड़ा था। उन्होंने जंगल को आग लगा दी ताकि वो बाहर आ जाये। अपने घर जलता देख उसे इतनी परेशानी नहीं हुई दुख तो तब हुआ जब उसकी शरण में रह रहे जानवारों की भी उस आग से झुलस कर मौत हो गयी। बिना किसी हाहाकार के ‘इजाँतक’ बाहर आया जिस पर उन 12 देवताओं ने हमला कर दिया !

‘इजांतक के बारे ,में देवता जानते थे कि वो सबसे कमजोर राक्षस है जो हमेशा छुप कर रहा करता था और किसी भी तरह की आक्रामक गतिविधियों में कभी भाग नहीं लेता था और वो किसी कारणवश जादुई शक्तियों का इस्तेमाल नहीं कर सकता था ...................पर ये बातें तो देवता जानते थे !

वो ये नहीं जानते थे कि इजांतक का शारीरिक बल सबसे ज्यादा था और साथ भी ये बात भी सभी से छुपी हुई थी कि उसके पास एक ऐसी ख़ास कौशल(Skill) शक्ति थी जिससे वो कुछ ऐसा कर सकता था जो कोई और नहीं कर सकता।

जैसे ही उन 12 देवताओं ने उस पर हमला किया; उसकी शक्ति से अंजान वो सभी मारे गए और उन देवताओं की शक्तियां अब इजांतक कि हो गयी। इतना सब होने के बाद भी वो युद्ध में भागीदारी दिखाने नहीं गया और उसकी शक्तियों का प्रदर्शन देख चुके देवता और राक्षस अब उसके करीब नहीं आते थे। कई साल इस तरह आराम से गुजरने के बाद एक समय ऐसा आया जब देवताओं और राक्षसों को पृथ्वी छोड़नी पड़ी और वे सब अंतरिक्ष में विलीन हो गए। अंतरिक्ष में मिलने से पहले इजांतक ने अपनी शक्तियों का वारिस ढूंढने के लिए एक विधा लिखी ताकि भले ही उसका शरीर नष्ट हो जाये उसकी शक्तियां हमेशा जिंदा रहें।

कहा जाता है कि इजांतक को जानने वाले इंसानों का वो गांव ‘गालो’ था और उसके रहवासी चाडर कहलाते थे। ये सब उसके विश्वाशपात्र थे और इन सभी ने उसकी बनाई हुई विधा को संभाल कर रखा था। आज भी उस काल की कुछ बहुत ही प्राचीन वस्तुएं इसी गांव में है और सालों से यहीं सुरक्षित हैं। सरकारें भी इनसे छेड़खानी नहीं करती क्योंकि वो धरोवरें चाड में ही सुरक्षित है............और वो विधा भी।

“क्या ये सब सच है? मतलब भला इन बातों पर को यकीन करेगा” रोबर्ट ने एलेनोरा के वो बंडल बंद करते ही पूछा

“फिलहाल हमें इस सब में शक्तियों का कोई क्लू(Clue) नहीं मिला है !” एलेनोरा ने कहा

“तो फिर जैक ने ये कैसे कह दिया कि ये कहानी हमारे केस से जुड़ी हुई है” जुलिया ने जैसे एलेनोरा के मन की बात कह दी

तभी एलेनोरा के हाथ से वो बंडल जमीन पर गिर गया, उसने जल्दी से सारे बंडल को उठाया। उठाते ही उस बंडल में से एक पेज निकल कर गिर पड़ा, एलेनोर ने उसे भी उठा कर वापस बंडल में रकह दिया............ पर तभी अचानक से उसने उस पेज को वापस निकाल कर देखा......... एक पेज में तेल के कारण दूसरा पेज चिपक गया था

“शायद हम ये वाला पेज नहीं पढ़ पाए है?” एलेनोरा ने पेज दिखा कर सभी को बुलाया, इस बार मिस्टर जोस भी आये क्योंकि ये पेज तो उन्हें भी नहीं दिखा था। सभी एलेनोरा को घेर के खड़े हो गए और एलेनोरा ने पढ़ना शुरू किया ताकि सभी को सुनाई दे

“चाडर बच्चों को इजांतक की शक्तियों की कहानी सी रटि हुई है, अक्सर बच्चे आपस में भी इकट्ठा होकर ये कहानी सुनाया करते थे। उसने जिन देवताओं को मारा था उनकी शक्तियां उसकी खुद की हो गयी थी; कभी वो आग को जन्म देता तो कभी जमीन उसके इशारों पर नाचती, कभी वो वन के जानवरों में बदल जाता, उन्हें काबू में करता तो कभी वो पूरा वन ही बन जाता। कभी ऐसा लगता कि वो हवा हो गया है तो कभी हवाएं उसकी आगामी करती और वो सब कुछ देखता बहुत ही आराम से जैसे उसकी आँखों के सामने का दृश्य थम से गया हो ! क्या उसकी आंखें दृश्य से हट कर भी देखती थी? वो यूं ही एक मनचला सा था कभी इधर तो कभी उधर, कई बार वो अलग-अलग कोने में खड़ा दिखता, भरी महफिल से गुजर जाता भोजन लेकर पर पता नहीं चलता किसी को उसके आने जाने का। उसका शरीर तप कर लोहा हो चुका था पर दबाव के मामले में भी उसे कोई नहीं पछाड़ सकता था, अक्सर जमीन पर हाथ रख वो सरोवर बना दिया करता था जिसका जल पीकर प्राणी प्रस्सन हुआ करते। उसने कभी भी किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया क्योंकि उसका शरीर ही एक हथियार था जो तलवार का वार भी करता और ढाल का बचाव भी। जब खतरा सर पर मंडराता तो वो स्वर्ग का एक खतरनाक जानवर बन जाता जिसकी शक्तियों के चर्चे हर किसी के मुँह से सुन लिए जाते पर उसे पानी बहुत पसंद था, लोगों ने अक्सर उसे अर्ध सर्प बन जल भ्रमण करते देखा और उनके यौवन के दीवाने हो गए। वो न सिर्फ समझदार था बल्कि बिना कारण कोलाहल भी न मचाता और उसका एक ही प्रेम था.............इस लोग कहते है कि उसे शांतिपूर्ण जीवन से प्रेम था”।

एलेनोरा न ने जैसे ही ये कहानी पढ़ी उसे कुछ हद तक यकीन हो गया कि शायद यहीं है जिसकी हमें तलाश है, मिस्टर जोस ने सभी को एक मेज के चारों तरफ इकट्ठा किया और बोले

“क्या लगता है....क्या यहीं है वो जो इस केस से जुड़ा हुआ है?”

“काफी हद तक मुझे यहीं लगता है। और अगर जैक ने ये सब ढूंढा है तो उस से गलती की गुंजाइश नहीं है !” इथन ने अपनी बिना बाल की दाढ़ी पर हाथ फेरा

“कहानी......तो कहानी ही होती है पर ये कहाँ कुछ जानी-पहचानी सी लगी। हो सकता है इसकी छानबीन से कोई सबूत मिल जाये” रोबर्ट से इस तरह के समझदारी भरे जवाब की उम्मीद न करते हुए सभी ने उसे घूरा

“जैक ने कहा कि ये हमारे केस से जुड़ा है तो उसने कुछ गलत नहीं कहा ! ये कहानी कहीं से तो सही हो गयी है पर.........?” जुलिया ने मिस्टर जोस को देखकर कहा

एलेनोरा चुपचाप खड़ी हुई कुछ सोच रही थी, उसने बाकी किसी की बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जैसे उसे ये कहानी हजम नहीं हुई थी? वो उस चिकने पन्ने को अपने हाथ ने उंगली फिर रही थी। ये देख रोबर्ट ने उसे कंधे पर हाथ रख हिलाया............. वो अपनी सोच से बाहर आ गयी और जवाब दिया

“सच कहूँ तो ये कहानी मुझे कुछ जँची नहीं !” उसकी बात सुनकर सभी को अहसास हुआ कि की एलेनोरा इस कहानी के पीछे के सच जानने की कोशिश कर रही थी “ मान लिया की इसका कुछ हिस्सा हमारे केस से जुड़ा हुआ है पर अभी तक हम ये नहीं पता कि क्या यहीं है जिसकी हमें तलाश है?....मेरा मतलब ये नहीं कि जैक का अनुमान गलत है ! पर जब तक ये बात कंफर्म(Confirm) नहीं हो जाती की हैम सही रास्ते पर है......हम कोई भी ठोस फैसला नहीं ले सकते”

एलेनोरा की बात सही थी, जैक का कहना अलग बात है और उसका सच होना अलग बात। अब सोचना ये है कि जैक की बात को सच में कैसे बदलना है? या फिर कोई और ऐसा रास्ता है जिससे हम सही रास्ते पर जा पाएं। कोई कुछ भी कहे लेकिन असल बात तो ये थी कि एलेनोरा को ये कहानी की सच्चाई कुछ हजम नहीं हो रही थी

“एक काम हो सकता है !” मिस्टर जोस ने उछलते हुए कहा, उनके चेहरे से उत्साह टपक रहा था

सभी की निगाहें अब मिस्टर जोस को घूर रही थी जैसे उनके चेहरे पर कुछ लगा हो

“क्यों न हम ‘चाड’ जाने की तैयारी कर ले? भले ही इंटरनेट कुछ गलत कह दे पर असल जगह पर तो कुछ दमदार सबूत हमें मिल ही जायेंगे !........क्या कहते हो?” मिस्टर जोस ने सभी को बहुत उम्मीद के साथ देखा

सभी ने एक दूसरे की तरफ देखा, हाव-भाव बदले और........ सभी ने ‘ओके’ कहते हुए हामी भरी। इतने में तो मिस्टर जोस के चेहरे पर चौड़ी सी मुस्कान झलक गयी उन्होंने अपना फ़ोन निकाला और कोई नंबर डायल(Dial) करने लगे.......इतने में उनका फ़ोन बज पड़ा जिस पर लिखा हुआ था “जेम्स” ! मिस्टर जोस ने कॉल उठाया नहीं पर उनके चेहरे की मुस्कान गायब हो गयी, कॉल काटने के तुरंत बाद ही एक वीडियो आया।

“इथन ! वो जैक का टैब उठा कर दो, जल्दी !” पता नहीं किस हड़बड़ी में थे उनके कुछ हाथ से कांप रहे थे जिसे देख कर एलेनोरा ने अनुमान लगा लिया कि कोई गड़बड़ वाली बात है। इथन ने जल्दी से कंप्यूटर सेट-उप के पास रखा टैब उठा कर मिस्टर जोस को थमा दिया, मिस्टर जोस ने OTG केबल से अपने फोन को टैब से कनेक्ट कर वो वीडियो चला टैब वहीं पास की टेबल पर खड़ा कर के रख दिया। वीडियो चालू हुआ जिसमें किसी पथरीली सी गुफा की झलक थी और सामने एक आदमी मुँह पर एक काला मास्क लगा कर बैठ हुआ था जिसमे से सिर्फ उसकी आंखें और होंठ ही दिख रहे थे......कुछ सेकण्ड्स बाद वो बोला

“पिछले 3 हफ़्तों से जब में यहां पर रह रहा था तब तक मुझे यहां पर कोई भी गड़बड़ नहीं लग रही थी, अचानक ही काल रात बहुत शोर मच गया !.............पता नहीं क्या हुआ पर गांव के मुखिया ने उनकी सरहद पर सुरक्षा बढ़ा दी.........रात भर में अपने कमरे में ही कैद रहा। सुबह वो सब मुखिया के साथ आये और मेरी तलाशी ली, जब मैंने पूछा कि हुआ क्या है तो उन्होंने बताया कि उनका कुछ जरूरी सामान चोरी हो गया है।“ उस आदमी ने उठ कर कांपते हुए पास रखी बोतल से पानी पिया “फिर आज सुबह से ही यहां पर अफ्रीकी सरकार की गाड़ियाँ कुछ बड़े संगठन के लोगों से भरी हुई या गयी और तब मैंने उन्हें चुपके से कहते हुए सुना ‘इजांतक की विधा वाली पुस्तक, उसके मंदिर से चोरी हो गयी है !’.........”

जेम्स की बात सुनकर सभी का दिमाग सुन्न पड़ गया, किसी को भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये हो क्या रहा है? अभी कुछ देर पहले ही सभी को पता चला था कि चाड ही वो जगह है जहां पर जाकर इस रहस्य से पर्दा उठेगा पर मिस्टर जोस ने पहले से ही अपना एक आदमी वहां पर तैनात कर रखा था

“ये सब क्या है मिस्टर जोस? क्या आपको पहले से पता था की चाड हमारे केस से जुड़ा हुआ है?” एलेनोरा की आवाज़ में थोड़ा गुस्सा पनपना शुरू हो चुका था

मिस्टर जोस ने शायद उसकी बात सुनी नहीं, वो खुद ही किसी कश-म-कश में डूबे हुए लग रहे थे, फिर जेम्स का वीडियो बोला

“आपने जिस मर्डर केस के लिए मुझे भेजा था शायद वो इस किताब के चोरी होने से जुड़ हुआ है ! इतने दिन जो में रहा यहां पर इतना तो जान गया कि ‘इजांतक से जुड़ी हुई हर चीज यहां पर बहुमूल्य है’ और इतना ही नहीं ये लोग अब भी इस मानते है कि वक्त आने पर इजांतक की विधा लोगों की आंखे खोल देगी....पर अब भी मुझे इनकी बातें सिर्फ एक कहानी ही लग रहीं है........भला इस भी कहीं होता है क्या? ख़ैर सुबह आये सभी सरकारी और बड़े लोग जा चुके हैं और समझ में ये बात नहीं आएगी क्योंकि सभी ने इस बात को छुपाये रखने की कसम खा रखी है ! अब तो हाल ये है कि न कोई यहां आ सकता है और न ही बाहर जा सकता है पर में समय पर जानकारी भेजने की कोशिश करता रहूंगा....”

वीडियो खत्म होते ही सभी को एलेनोरा के सवाल का जवाब भी मिल गया, मिस्टर जोस ने जेम्स को चाड इसलिए भेज था क्योंकि वहां पर किसी तरह का मर्डर केस था जैसा कि अभी-अभी जेम्स ने बताया

“आई एम सौरी सर् ! (I am Sorry, Sir), सब कुछ इतना कंफ्यूसिंग है कि मैं खुद पर काबू नही रकह पाई” एलेनोरा की आवाज में माफी का स्वभाव था

“कोई बात नहीं एलेन, तुम्हारी जगह में भी होता तो ये सवाल जरूर पूछता” मिस्टर जोस ने सामने की तरफ लगी कुर्सी पर बैठते हुए कहा

अब सभी ने अपनी-अपनी कुर्सियां पकड़ ली, वो सभी अब इस मामले को लेकर चर्चा करने वाले थे कि आखिर ये क्या हो रहा है? पहले जैक का ये बताना की छड़ की कहानी हमारे केस से जुड़ी हुई है? फिर चाड से उस पुस्तक का गायब होने जो न सिर्फ चाड वालों के लिए जरुरी है बल्कि CIA के भी बहुत काम की है। ऊपर से अभी चाड में आना जाना बंद है, ऐसे में जानकारी इकट्ठा करने का अब कोई रास्ता ही नहीं बचा है जब तक कि चाड में सब कुछ शांत नहीं हो जाता।

“अब ये केस पहले से ज्यादा सीरीयस(serious) हो चुका है, हमे जल्दी से अपना फैसला लेना होगा” मिस्टर जोस ने अपने हाथ मलते हुए कहा

“तो अब हम क्या करें? अगर कुछ नहीं किया तो ये केस इतना पेचीदा हो जाएगा कि हम फिर इसे संभाल नहीं पाएंगे” जुलिया ने अपनी बात रखी

सभी फिलहाल शांत थे, कोई रास्ता से समझ नहीं आ रहा था। तभी एलेनोरा उठी और सबके सामने खड़ी हो गयी

“वक्त है जाल बिछाने का !” एलेनोरा की बात सुनकर सभी चकित रह गए, कैसा जाल? “ हम नहीं जानते कि ये कहानी असली है या नहीं पर एक बात जानते है। वो चोर इसी शहर में है, एक बार उसे पकड़ ले तो कुछ तो पता चल ही जायेगा !”

एलेनोरा की बात सभी समझ गए, ये वक्त परेशान होने का नहीं बल्कि कदम उठाने का है। जिनके पास शक्तियां है वो तो अपना काम कर रहे है पर अब बारी है CIA के काम की जो कि होने वाला है एक बहुत बड़ा जाल ! जिसमे वो उसे फंसना चाहते है जो अपने खिलाफ न कोई सबूत छोड़ता है ना कोई गवाह बस रह जाते है तो उसके आराम से बैंक से निकल जाने के सबूत पर ठिकाने के नहीं !

अगले भाग में देखिए “CIA का जाल !” जहां पर पहली बार CIA की टीम भिड़ेगी, उस चोर से जो इंसानियत के परे है।


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