सफर
सफर
मुक्ता के पति मुकेश जी आज ऑफिस से लौटते वक्त घर में मिठाई लेकर आए और कहने लगे "मेरा ट्रांसफर नागपुर हो गया है । दो दिन बाद हम नागपुर शिफ्ट हो जाएंगे!"
मुक्ता ने कहा "पर मेरी नौकरी तो पारशीवनी में है, मेरी नौकरी का क्या ?"
मुकेश ने कहा "तुम रोज अपनी गाड़ी से सफर करना या बस से अगर तुम नौकरी करना चाहती हो तो ! वैसे भी तुम्हें नई चीज सीखने और करने का शौक है ही" यहीं से मुक्ता की राह का नया सफर शुरु हुआ।दूसरे दिन से मुक्ता बस से सफर करने चल पड़ी ।........
रोज नए मुसाफिर मिलते, नई कहानियां मिलती जातीं ।
