संगति का असर

संगति का असर

1 min
440


वकील मित्र ने शिक्षक मित्र से तन्ज कसते हुए कहा-आजकल गुरूजी(राष्ट्र निर्माता)जैसे गरिमावान लोग भी झूठ बोलने लगे हों तब तो फिर देश के भावी नागरिकों(नवनिहालों) का भगवान ही मालिक है।ऐसे में भावी पीढ़ी से क्या अपेक्षा करें?

शिक्षक मित्र ने कहा-क्या करें मित्र!इसका दोष किसी को क्यों भला दें।यह तो बस "संगति का असर"है।

वकील साहब के चेहरे पर अब हवाइयाँ उड़ रही थीं,जो दर्शनीय था।



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Tragedy