सम्पन्नता और समझ
सम्पन्नता और समझ
"अरे! तू यहां अस्पताल में कैसे?"-मैंने अपने बचपन के मित्र अमीर से पूछा।
उसने कहा-"मेरे मालिक फकीर चंद जी, जिनकी मैं गाड़ी चलाता हूं उनकी वृद्ध माताजी को डॉक्टर को दिखाने लाया हूं।"
चार दिन बाद अमीर से फोन पर पता लगा कि उसके मालिक की मां कोरोना संक्रमण से स्वर्ग सिधार गईं। उन्हें अपने बेटे से और बेटे को आँफिस से संक्रमण हुआ था। मालिक के आँफिस से घर तक सब जगह एअर कंडीशन था। एअर कंडीशनिंग में कमरे की वही हवा घूमते रहने के कारण संक्रमण का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। एअर कंडीशन अमीर ही इस्तेमाल करते हैं। शहरों में कई बार आग भी आटोमेटिक आन- ऑफ होने वाले ऐसे उपकरणों से लग जाती है। सम्पन्नता जो सौभाग्य का द्योतक है असावधानी से विविध समस्याओं को भी जन्म दे देती है।
अमीर ने बताया-"मालिक और उनकी मां लम्बे समय से मोटापे, मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे। इसका कारण खाने का शौक और शारीरिक मेहनत की कमी का होना था। घर मे
ं अलग-अलग काम के लिए अलग नौकर और आने - जाने के लिए गाड़ी। लिफ्ट होने के कारण सीढ़ियों के प्रयोग का कोई प्रश्न ही नहीं होता। यह सब समस्याएं सम्पन्नता से ही उत्पन्न होती हैं । आर्थिक रूप से कमजोर लोगों में साधनों का अभाव होने के कारण उनमें यह समस्याएं नहीं होती है।"
मैंने अमीर से सहमत होते हुए कहा-"शहरों में कूड़े-कचरे के पहाड़ होने का कारण अमीरों द्वारा ऐसे सामान का फेंक देना जिससे बुरी हालत की चीजों के लिए गरीब तरसते हैं। चाहे कपड़े हों या दूसरे सामान।यह अतिरिक्त सामान आवश्यकता की बजाय दिखावे के लिए लाया जाता है। यह कूड़ा पर्यावरण को प्रदूषित कर स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न समस्याओं को जन्म देता है। विश्व में भी पर्यावरण को प्रदूषित करने में विकसित देशों का योगदान ज्यादा है। ईश्वर मनुष्य को सम्पन्नता के साथ आवश्यक समझ भी दें।"
"हम सब ईश्वर से यही प्रार्थना करते हैं।"- अमीर ने ठंडी आह भरते हुए कहा और फोन कट गया।