Poonam Kaparwan
Tragedy
बारह साल की नादान वो मामा था उसका।
घर में माँ के न होने पर लगा वो वहशी मन में ठाने,
कुचल मसल दूं अधखिली कली।
शेर की पकड़ मजबूत थी हिरनी डरी हुई काँपे जाती थी।
पदचाप सुनी जो किसी की बंधनमुक्त वो हुई। बच गई अस्मत उस हिरनी रानी की।
बसंतोत्सव
नये साल के सं...
रोई भी और हँस...
मेरी एक आदत
नेटवर्रक्स की...
अपनों के जान...
मेरी प्रिय पु...
भूली बिसरी या...
घूमने जाने क...
मेरा जन्म स्थ...
अँधेरे में मेरे दिमाग के उजाले और ज्यादा साफ हो गये। अँधेरे में मेरे दिमाग के उजाले और ज्यादा साफ हो गये।
उस स्त्री के दंश से मरा हुआ पुरुष किसी को नहीं दिखता। उस स्त्री के दंश से मरा हुआ पुरुष किसी को नहीं दिखता।
निरंतर आ रहे शब्दों वाक्यों और संवादों ने उसमे एक अजीब तरह की व्याकुलता भर दी थी. निरंतर आ रहे शब्दों वाक्यों और संवादों ने उसमे एक अजीब तरह की व्याकुलता भर दी थी...
श्मसान घाटों में मर्णकर्निका का ही धार्मिक महत्व है। श्मसान घाटों में मर्णकर्निका का ही धार्मिक महत्व है।
बस तुम मेरा पीछा छोड़ दो । मैं अपनी बच्ची खुद पाल लूंगी। बस तुम मेरा पीछा छोड़ दो । मैं अपनी बच्ची खुद पाल लूंगी।
ममता को नाज है अपनी बेटी पर आज वह जिलाधिकारी है। ममता को नाज है अपनी बेटी पर आज वह जिलाधिकारी है।
उनके हाथ कुछ भी नहीं लग पा रहा था और वकीलों का घर भर रहा था । उनके हाथ कुछ भी नहीं लग पा रहा था और वकीलों का घर भर रहा था ।
ऐसे ही एक वृद्धाश्रम से मैं आलिया बंसल जुड़ी थी साल 2019 में। ऐसे ही एक वृद्धाश्रम से मैं आलिया बंसल जुड़ी थी साल 2019 में।
उल्टे सीधे फंदे बुनते-बुनते उसकी कलाइयां दुखने लगी थीं। उल्टे सीधे फंदे बुनते-बुनते उसकी कलाइयां दुखने लगी थीं।
समय बढ़ने के साथ आमदनी और जिस्मफरोशी की कीमत में गिरावट होती जाती है. समय बढ़ने के साथ आमदनी और जिस्मफरोशी की कीमत में गिरावट होती जाती है.
मौत उसके बस में होती तो वह उसे अभी गले लगा लेती। मौत उसके बस में होती तो वह उसे अभी गले लगा लेती।
सीने में इतने दर्द को छुपाये कोई कैसे इतना ज़िंदा-दिल रह पाता है ।” सीने में इतने दर्द को छुपाये कोई कैसे इतना ज़िंदा-दिल रह पाता है ।”
गर्भनाल से जुड़ी माँ बेटी की तरह अम्मा और गुड्डोदी की आत्मा शायद फिर से जुड़ गई हों। गर्भनाल से जुड़ी माँ बेटी की तरह अम्मा और गुड्डोदी की आत्मा शायद फिर से जुड़ गई हो...
बुधिया विचारों में मग्न था कि अचानक उसे शोर सुनाई दिया। बुधिया विचारों में मग्न था कि अचानक उसे शोर सुनाई दिया।
"बिल्ली होगी कोई, बेड के नीचे छिप गई होगी ध्यान से देख" मम्मी ने अंदर से आवाज दी। "बिल्ली होगी कोई, बेड के नीचे छिप गई होगी ध्यान से देख" मम्मी ने अंदर से आवाज दी...
एक दिन कार्य करते हुए कानो में जीजी की चीखे सुनाई पड़ रही थी। एक दिन कार्य करते हुए कानो में जीजी की चीखे सुनाई पड़ रही थी।
१६० रुपये की उम्मीदो पर १०० रुपए का जो तुषारापात हुआ वो दो दिनों के बाद बिक्री होने के संतोष के आगे ... १६० रुपये की उम्मीदो पर १०० रुपए का जो तुषारापात हुआ वो दो दिनों के बाद बिक्री ह...
प्रेम पर आधारित एक प्रतिनिधि कथा। मध्य हिमालय के लोक और लोक संस्कृति की भूमिका के साथ। प्रेम पर आधारित एक प्रतिनिधि कथा। मध्य हिमालय के लोक और लोक संस्कृति की भूमिका क...
भैया ! बहुत हुआ, अब इसे छोड़ दो ! अपनी करनी का फल भोगे जाकर, मालती दरवाजे पर हाथ जोड़े खड़ी थी। भैया ! बहुत हुआ, अब इसे छोड़ दो ! अपनी करनी का फल भोगे जाकर, मालती दरवाजे पर हाथ ...
इस कहानी की एक बहुत बड़ी बदकिस्मती ये है, कि इसकी नीव एक ऐसे सच ने रक्खी है, जो हमारे समाज पर ना केव... इस कहानी की एक बहुत बड़ी बदकिस्मती ये है, कि इसकी नीव एक ऐसे सच ने रक्खी है, जो ...