नेटवर्रक्स की भूमिका
नेटवर्रक्स की भूमिका
मनुषय सदा से जिज्ञासु प्रकृति का रहा है।
नेटवर्क्स की भूमिका माँ के गर्भ में नाल धडकन और मन के साथ जुड़ी है।
जन्म लेने के बाद आवाज से कानों से रही है। मुझे याद आता है पहले नेटवर्क्स का जुड़ाव सिक्स सेनस से था, हिचकी से पता चलता कि कोई अपना याद कर रहा है।
पैर के तलुवे पर खुजली अपनों की याद। पहले संदेशवाहक होते थे जो दूत के समान होते कबूतर चील बाज। समय बदला तार टेलीग्राम अन्तर्देशीय पत्र आ गये। लिखकर लेटर पेटी में और डाकिए का लेकर आना खुशी आनंद मिलता।
टेलीविजन ने समाचारों से देश विदेश जाना। समय की करवट और मोबाइल हाथों हाथ आज कुछ फायदेमन्द तो नुकसानदेह। आदी हो गये सब। नेट से पढाई समझदार लोगों ने फायदा उठाया और उच्च जानकारी ली और कई तो एडल्ट फिलमी दुनिया में हर तरह की जानकारी नेटवर्क्स से।
नकारात्मक और सकारात्मकता हर इंसान में है। सही उपयोग सही जानकारी फेशबुक फैशन नौकरियाँ सब कुछ पता चलता है। बैंक हॉकर्स भी संलिप्त होकर गड़बड़ करते हैं।भूल न करे। जरा सी असावधानी बर्बादी बन जाती है नेटवर्क्स से।