ऐसे भी क्या मद में जीना, दिल का दर्पण साफ रखो तुझमे भी कोई जी पाए, बनकर एक जहान रहो। ऐसे भी क्या मद में जीना, दिल का दर्पण साफ रखो तुझमे भी कोई जी पाए, बनकर एक जह...
बच गई अस्मत उस हिरनी रानी की। बच गई अस्मत उस हिरनी रानी की।
जिम्मेदारियों ने इस तरह फिर कभी चल ना सका ! जिम्मेदारियों ने इस तरह फिर कभी चल ना सका !
मेरे नादान इश्क ने तीन लोगों की हत्या कर दी हैं।” मेरे नादान इश्क ने तीन लोगों की हत्या कर दी हैं।”
घरवालों से नाराज हो तो बाहर वाले की बातों में बहुत जल्दी आ जाते हैं घरवालों से नाराज हो तो बाहर वाले की बातों में बहुत जल्दी आ जाते हैं
मीरा अपनी इस बुरी हालत पर रोती थी। मीरा अपनी इस बुरी हालत पर रोती थी।