इश्क़ का समय गुजरता नहीं हैं , समा जाता हैं हमारे गुणसूत्रों में | इश्क़ का समय गुजरता नहीं हैं , समा जाता हैं हमारे गुणसूत्रों में |
चकोरी का दिल एकदम से धड़क उठा उसकी बहनों ने भी मुँह पर हाथ रख लिया। चकोरी का दिल एकदम से धड़क उठा उसकी बहनों ने भी मुँह पर हाथ रख लिया।
क्या ये मेरा पागलपन हैं तुम्हारे लिए या सच्चा इश्क़ हैं तुमसे, पता नहीं। क्या ये मेरा पागलपन हैं तुम्हारे लिए या सच्चा इश्क़ हैं तुमसे, पता नहीं।
उन्हीं वादियों में विचरण के लिए चल दिया जहाँ हम प्राय: जाया करते थे। उन्हीं वादियों में विचरण के लिए चल दिया जहाँ हम प्राय: जाया करते थे।
की तभी फिर से प्रिया बोली, बिना, बात किये तुमसे ना हो पायेगा... की तभी फिर से प्रिया बोली, बिना, बात किये तुमसे ना हो पायेगा...
सच कहूँ यारो वो चाँटा प्यार से भी प्यार था। सच कहूँ यारो वो चाँटा प्यार से भी प्यार था।