शिक्षा
शिक्षा
सिद्धार्थ जिस दिन अच्छे नंबरों से 12वीं कक्षा पास करता है, उसी दिन सिद्धार्थ अपने माता-पिता से मोटरसाइकिल लेने की जिद करने लगता है।
सिद्धार्थ के पिता जी उसकी मोटरसाइकिल लेने की जिद पूरी कर देते हैं।
बारहवीं कक्षा अच्छे नंबरों से पास करने की वजह से सिद्धार्थ का आसानी कॉलेज में दाखिला हो जाता है।
सिद्धार्थ जब कॉलेज जाता था तो मोटरसाइकिल बहुत तेज स्पीड में चला कर ले जाता था। सिद्धार्थ के माता पिता रोज उसे तेज स्पीट से मोटरसाइकिल चलाने की मना करते थे। सिद्धार्थ उनकी बातों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता था।
एक दिन सुबह सिद्धार्थ अपने कॉलेज जा रहा था तो उसी समय आठ साल की बच्ची अपनी मां के साथ विद्यालय जा रही थी। वह बच्ची सिद्धार्थ की मोटर साइकिल से टकराने से बाल-बाल बच जाती है।
और उस दिन सिद्धार्थ को अपने माता-पिता की बात समझ आ जाती है। और उस दिन से सिद्धार्थ तेज मोटरसाइकिल चलाना छोड़ देता था।
