सोनी गुप्ता

Tragedy Thriller

4.5  

सोनी गुप्ता

Tragedy Thriller

सच्चा प्यार

सच्चा प्यार

4 mins
278


कहते हैं सच्चे प्यार में बड़ी ताकत होती है I 

ये कहानी शुरू होती है I कॉलेज से जहाँ आज रीमा का पहला दिन है I आज कॉलेज में नए स्टूडेंट्स को वेलकम किया जाता है I एक नए अंदाज में क्योंकि यह नए स्टूडेंट के लिए एक तरह की फ्रेशर पार्टी होती है I आज सभी खुश नजर आ रहे हैं I सभी ने बहुत ही सुंदर कपड़े पहने हुए हैं I रीमा फर्स्ट ईयर की छात्रा है और रोहन फाइनल ईयर का I 

इत्तिफाक से आज रीमा और रोहन ने एक ही रंग के कपड़े पहने हुए हैं I रोहन को उसके दोस्त रीमा को लेकर छेड़ने लग जाते हैं ...................................................

ओ हो क्या बात है रोहन तुम्हारी गर्लफ्रेंड भी तुम्हारे रंग में रंगी हुई है I 

रोहन –क्या बकवास करते हो तुम सब कुछ भी बोलते रहते हो I मैं तो उस लड़की को जानता तक नहीं I 

सभी दोस्त हँसने लगते हैं I 

फ़ाइनल ईयर की रीमा की दोस्त सुजाता , रीमा का रोहन से परिचय करवाती है I 

सुजाता –रीमा ये रोहन है मेरा बेस्ट फ्रेंड I और रोहन ये रीमा है आज इसका पहला दिन है कॉलेज में I 

रीमा –हैलो रोहन !

रोहन –हाय ,

रीमा ,रोहन और सुजाता आपस में काफी देर तक बातें करते हैं I 

अगले दिन रीमा कॉलेज के लिए घर से निकल कर बस स्टेंड पर खड़ी थी I तभी रोहन अपनी बाइक लेकर रीमा के पास आता है I 

रोहन –हे रीमा कॉलेज जा रही हो I 

रीमा –हैलो रोहन हाँ बस का इंतजार कर रही हूँ I 

रोहन –आ जाओ मेरी बाइक पर बैठो मैं कॉलेज ही जा रहा हूँ I 

रीमा –थैंक यू रोहन 

रोहन –अरे इसमें थैंक यू की कोई बात नहीं I 

अब रीमा रोज रोहन के साथ ही जाने और आने लगी I दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे I देखते ही देखते ये दोस्ती प्यार में बदल गई I लेकिन दोनों ने अपने दिल की बात रक दूसरे को नहीं बताई थी I कल 14 फरवरी है रोहन रीमा को अपने दिल की बात कह देगा I अगले दिन रोहन रीमा के पास पहुँचता है I जहाँ रीमा पहले से ही गुलाब लेकर खड़ी थी I और बहुत ही बेसब्री से रोहन का इंतज़ार कर रही थी I आज रोहन भी अपने दिल की बात रीमा को कह देगा I दोनों मिलते हैं I 

बहुत देर तक एक दूसरे को देखते रहते हैं I रोहन आखिर बोल देता है रीमा ...........आई लव यू 

और एक प्यारी सी रिंग रीमा की उँगलियों में पहना देता है I रीमा रोहन को गुलाब का फूल देती है .................

रोहन ....आई लव यू टू .............

दोनों काफी खुश थे I पूरा दिन रीमा और रोहन एक दूसरे के साथ ही रहते हैं I 

पर ये बात रीमा के घरवालों को नहीं पता थी I दोनों अभी तक छुप –छुप कर ही मिलते थे I 

उस दिन रीमा के पापा ने रीमा को रोहन की बाइक पर चिपक कर बैठे हुए देख लिया था I उनको समझते देर न लगी I 

अगले ही दिन से रीमा का घर से निकलना बंद हो गया I रोहन रोज की तरह बस स्टेंड पर रीमा का इंतज़ार कर रहा था I पर रीमा नहीं आई ,फोन किया .................फोन स्विच ऑफ़ .......

रोहन को लगा हो न हो रीमा की तबियत ठीक नहीं है I शायद इसलिए नहीं आ रही I इधर रोहन के फाइनल ईयर के एग्जाम शुरू हो गए I रोहन ने सोचा अभी पढ़ाई में ध्यान देना चाहिए I एग्जाम खत्म होते ही रीमा के घर जाएगा उससे मिलने I 

अब एक महीना भी निकल गया रोहन के एग्जाम भी ख़त्म हो गए पर रीमा कॉलेज नहीं आई I और न ही उसका कोई फोन ही आया I 

रोहन रीमा के घर जाता है रीमा से मिलने I रीमा के घर पहुँचते ही दरवाजे पर उसके पिताजी के दर्शन होते हैं I 

रीमा के पिता रोहन को देखकर समझ जाते हैं की रोहन यहाँ किसलिए आया है I 

रोहन :-अंकल रीमा से मिलना है I 

रीमा के पिता –यहाँ से चले जाओ रीमा तुमसे नहीं मिलेगी और यहाँ कभी मत आना I 

रोहन –पर अंकल 

रीमा के पिता –पर वर कुछ नहीं ,कहा न यहाँ से चले जाओ , सुनते क्यों नहीं ?

जाओ यहाँ से (चिल्लाते हुए )

रोहन मुँह लटका कर वहाँ से निकलता है तभी रीमा छत से रोहन -----रोहन ऊपर देखो मैं रीमा 

रोहन पीछे पलटता है रीमा ..................

रीमा कहती है मेरा इन्तजार करो मैं अभी आई I 

रोहन घर के पीछे रीमा का इन्तजार करता है रीमा घर में सबसे नजरे बचाते हुए रोहन के पास पहुँच जाती है I 

दोनों एक दूसरे के गले मिलते हैं I 

रीमा कहती है रोहन मुझे यहाँ से कहीं दूर ले चलो अब मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती I 

रोहन रीमा को अपने साथ ले जाता है I दोनों शहर छोड़ कहीं ओर चल देते हैं I 

तभी अचानक रोहन की बाइक का एक्सीडेंट हो जाता है रीमा सड़क पर थी खून से लतपत और रोहन का कुछ पता नहीं था I 

रीमा को होश आता है तो वह अपने आप को हॉस्पिटल में पाती है I होश में आते ही 

रीमा –रोहन ,रोहन (जोर जोर से चिल्लाती हुई )

रीमा की मानसिक स्थिति खराब हो चुकी थी बस रोहन ही उसे याद था I सबको लगा रोहन अब नहीं रहा I पर रीमा को अभी भी रोहन सड़क पर खड़ा मुस्कुराता हुआ दिखता था I


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Tragedy