मंडाला कला
मंडाला कला
संस्कृति से हुआ इसका उदय ,यह कला बहुत ही पुरानी है,
आध्यात्मिकता से इसका गहरा नाता ,बात हम सबने जानी है,
मंडाला की मनोरम ,सुंदरता और अर्थ में शांति को इसने पाया है,
आंतरिक दुनिया, बाहरी वास्तविकता से इसने परिचय कराया है,
मंडाला का डिज़ाइन एक तरह से ब्रह्माण्ड को दर्शाता है,
ब्रह्माण्ड में मौजूद संतुलन को कला से अपनी बताता है,
रचनाकार सिद्धांतों पर अपना खुद का मंडाला बनाता है,
आमतौर पर कई परतें होती जिसे रंगों से वह सजाता है।
पहले धार्मिक उद्देश्यों के लिए बनाए जाते थे,
अब तो इसका रूप बदला और निखरा है,
सुंदरता अनुपम रंग "रूप जीवन में बिखरा हैI
मंडाला कला के बारे में हमारे मन में कई प्रश्न आते हैं I जैसे मंडाला क्या है? इसकी शुरुआत कैसे हुई? यह कैसे बनाया जाता है? आदिI
चलिए बताते हैंI
मंडाला कला की जानकारी दो लोगों के बीच बातचीत द्वाराI
चरित्र के नाम (जीवन और संगम)
जीवन "(मंडाला कला को निहारते हुए) यह कला बहुत खूबसूरत है पर ये क्या है?"
संगम "जीवन इसे मंडाला कला कहा जाता हैIमंडला कला का एक लंबा इतिहास रहा है। यह अपने गहरे आध्यात्मिक अर्थ और प्रतिनिधित्व के लिए जाना जाता है।"
जीवन "अरे वाह! बहुत खूब I इस कला ने तो दिल जीत लिया मेरा Iऔर ये बताओ कि इसका नाम मंडाला क्यों है?"
संगम "जीवन तुमने बहुत अच्छा प्रश्न कियाI तो सुनो ध्यान से
मंडला शब्द संस्कृत से लिया गया शब्द है I इसमें हमारी संस्कृति भी झलकती है, इसका अर्थ है “चक्र” और यह एक रचना या कला का नमूना है ।"
जीवन "तुम्हारी बातें सुनकर तो मेरी जिज्ञासा और बढ़ती जा रही है Iक्या तुम विस्तार से इसके बारे में बता सकते हो?"
संगम "क्यों नहीं मैं तुम्हें विस्तार से समझाता हूँIमंडला पेंटिंग ब्रह्मांड का एक प्रतीकात्मक चित्र है, वह बनाये हुए चक्र जो पूर्णता, समग्रता, अनंत, कलात्मक और एकता का प्रतिनिधित्व करता है ।"
जीवन "संगम ये बताओ इसका कोई इतिहास भी है?"
संगम "हां बिलकुल इसका इतिहास भी हैIबौद्ध धर्म में इसकी उत्पत्ति वज्रयान बौद्ध धर्म में ध्यान के उद्देश्यों के लिए हुई थी।कहा जाता है इसके केंद्र में ज्यादातर आध्यात्मिक ज्ञान, बुद्ध का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक चक्र होता है। मंडला ब्रह्मांड की पूर्णता को पूर्ण करने में मदद करता है।"
जीवन -"अच्छा यह तो उसके बारे में बात हुई यह बताओ इसे बनाया कैसे जाता है?"
संगम-"मंडाला एक प्रकार की कला है I जिसमें बहुत ही बारीक कला को समरूपता में बनाया जाता है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि हर रचना के अंत में एक विशाल गोलाकार का हिस्सा बनता है। मंडाला की शुरुआती बिंदु और अंतिम रचना गोल होता है। अब यह कई तरीकों से भी बनाया जाता हैI यह कला ब्रह्माण्ड को दर्शाती है, जहाँ लाखों अलग-अलग रेखाएँ अंततः गोले में समा जाती हैंI"
जीवन "संगम मुझे तो ये कला बहुत पसंद आ रही हैI मैं सोच रहा हूँ क्यों ं मैं भी इस कला को सीख लूं I
ये बताओ क्या इस कला को बनाने में कोई लाभ भी है या नहीं?"
संगम "जीवन इस कला के बहुत सारे लाभ हैं I
जैसे-
*शांति की अनुभूति होती है
*कला कौशल में सुधार आता है
*केन्द्र भाव बढ़ाता है I
*और सुंदरता तो है ही इसकी I"
जीवन "वाह! ये तो बहुत अच्छा हैI मैं तो आज ही से शुरू करता हूँI संगम तुम्हें मेरी इसमें मदद करनी होगीI"
संगम "जीवन मैं तुम्हें इसके जानकारी दे सकता हूँ पर कला में इतना निपुण नहीं हूँI फिर भी जितना पता है उतना तुम्हें समझा सकता हूँI"
जीवन "संगम एक बात बताओ मैंने सोच तो लिया इसे बनाने का पर इसके लिए क्या "क्या सामग्री चाहिए? यह भी जरा बताओ I"
संगम "मंडला बनाने के लिए बहुत सी वस्तुओं की ज़रूरत नहीं है। तुम बस एक कागज़ और कलम के साथ भी मंडला बना सकते हो I"
और तो और इसके लिए तुम कागज, कलम, रंग, रेत और फूल से भी बना सकते हो I
जीवन "संगम तुमने जो मुझे इसकी जानकारी दी है I यह जानकारी मुझे मंडाला बनाने में मदद करेगा I"
संगम "चलो अब चलते हैंI अब तो तुम्हारी कला देखने का इंतजार रहेगा I"
जीवन "हां जरूर जल्दी ही मंडाला बनाकर तुम्हें दिखाऊँगाI"