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AVINASH KUMAR

Abstract Romance Inspirational

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AVINASH KUMAR

Abstract Romance Inspirational

सच्चा प्यार बस एक बार

सच्चा प्यार बस एक बार

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प्यार एक डोर है हर किसी को एक दुसरे को रिश्तो की डोर में बाधे रहता है, वो कहते है ना खुशिया भी वही मिलती है जहा प्यार बसता है, दुनिया की बुनियाद ही प्यार पर टिका है लेकिन आजकल बदलते दौर के इस वक्त में प्यार तो सिर्फ एक शरीर का मिलन मान लिया गया है लेकिन सच्चा प्यार तो दो आत्माओ के मिलन होता है, तो चलिए एक ऐसी ही प्यार की कहानी बताने जा रहा हु जिसे पढ़कर आपको सच्चे प्यार का एहसास होगा. तो चलिए इस Pyar Ki Kahani को जानतें हैं

एक लड़की थी। बहुत ही खूबसूरत। जितनी वह सुंदर थी, उतनी ही दिल की नेक भी थी । न किसी से झूठ बोलना, न किसी से फालतू की बातें करना। बस अपने काम से काम रखना।” उसी कालेज में एक लड़का था। वह मन ही मन उससे बहुत प्यार करता था। लेकिन वह लड़का कभी भी अपने प्यार का इजहार उस लड़की से नही किया था,

लड़का अक्सर उसके छोटे-मोटे काम कर दिया करता था। बदले में जब लड़की मुस्करा कर थैंक्यू कहती थी, तो लड़के कीखुशी की सीमा नहीं रहती थी। एक बार की बात है। दोनों लोग साथ-साथ घर जा रहे थे। तभी जोरदार बारिश होने लगी। दोनों को एक पेड़ के नीचे रुकना पडा पेड़ बहुत छोटा था, बारिश की बुन्दे छन-छनकर उससे नीचे आ रही थीं। ऐसे में बारिश से बचने के लिए दोनों एक दूसरे के बेहद करीब आ गये।लड़की को इतने करीब पाकर लड़का अपने जज्बातों पर काबू न रख सका। और फिर उस लड़के ने लड़की को अपने प्यार को प्रपोज कर दिया।

लड़की भी मन ही मन उसको चाहती थी। इसलिए वह भी राजी हो गयी। और इस तरह धीरे धीरे दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा। एक बार की बात है लड़की उसी पेड़ ने नीचे लड़के का इंतजार कर रही थी। लड़का बहुत देर से आया। उसे देखकर लड़की नाराजगी से बोली,’तुम इतनी देर से क्यों आए? मेरी तो जान ही निकल गयी थी।’ यह सुनकर लडका बोला, ‘प्रिये, मैं तुमसे दूर कहां गया था, मैं तो तुम्हारे दिल में ही रहता हूं। तुम्हें यकीन न हो तो अपने दिन से पूछ लो।’लड़के की इस प्यारी सी बात को सुनकर लङकी अपना सारा गुस्सा भुल गयी और फिर वह दौड़ कर लड़के से लिपट गयी।

एक दिन दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे बातें कर रहे थें। लड़की पेड़ के सहारे बैठी थी और लड़का उसकी गोद में सर रख कर लेटा हुआ था। तभी लड़की बोली, ”जानू, अब तुम्हारी जुदाई मुझसे बर्दाश्त नहीं होती। तुम्हारे बिना एकपल भी मुझे 100 साल के बराबर लगता है। तुम मुझसे शादी कर लो, नहीं तो मैं मर जाऊंगी।”

लडके ने झट से लड़की के मुंह पर अपना हाथ रख दिया और बोला, ”मेरी जान, ऐसी बात मत किया करो, अगर तुम्हें कुछ हो गया, तो मैं कैसे जिंदा रहूंगा।” फिर वह कुछ सोचता हुआ बोला,”तुम चिंता मत करो, मैं जल्द ही अपने घर वालों से बात करूंगा।”

धीरे-धीरे काफी समय बीत गया। एक दिन की बात है। दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे हुए थे। उस समय लड़के का चेहरा उतरा हुआ था। लड़की के पूछने पर वह रूआंसा होकर बोला, ”जान, मैंने अपने घर वालों को बहुत समझाया, पर वे हमारी शादी केलिए तैयार नहीं हैं।

उन्होंने मेरी शादी कहीं और पक्की कर दी है” यह सुन कर लड़की का कलेजा फट पड़ा। उसका मन हुआ कि वह जोर-जोर से रोए” लेकिन उसने अपने जज्बात पर काबू पा लिये और बोली, ”मैंने तुमसे सच्चा प्यार किया है, मैं तुम्हें कभी भुला नहीं सकती। ”

”प्लीज मुझे माफ कर देना..!” लड़का धीरेसे बोला, वैसे अगर तुम चाहो, तो अब से हम एक अच्छे दोस्त रह सकते हैं।” लडकी यह सुन कर ज़ो-ज़ोर से रोने लगी”

लड़के ने उसे समझाया और फिर दोनों लोग रोते हुए अपने-अपने घर चले गये। देखते ही देखते लड़के की शादी का दिन आ गया। लड़के को यकीन था कि उसकी शादी में उसकी दोस्त जरूर आएगी। पर ऐसा नहीं हुआ।

हां, लड़की का भेजा हुआ एक गिफ्ट पैक उसे ज़रूर मिला। लड़के ने कांपते हांथों से उसे खोला। उसे देखते ही वह बेहोश हो गया। गिफ्ट पैक में और कुछ नहीं खून से लथपथ लड़की का दिल रखा हुआ था। और साथ ही में थी एकचिट्ठी, जिसमें लिखा हुआ था- अरे पागल, अपना दिल तो लेते जा वरना अपनी पत्नी को क्या देगा. मै तो इस दुनिया से चली जा रही हु लेकिन तुम्हारे दिल को तुमको वापस कर रही हु, जो की तुम्हारे लिए हमेसा धड़कता रहेगा.

कहानी से शिक्षा :- हमारी जिन्दगी का सबसे खुबसुरत एहसास प्यार ही है जो हमको आपको हर किसी को होता है पर क्या हम उसको अपना पाते हैं कभी हम गलत तो कभी साथी गलत दोनो सही तो घर वाले गलत पर क्या प्यार गलत होता है नही” तो प्यार तो करो लेकिन कभी भी किसी लड़की या लड़के किए दिल से खिलवाङ मत करो | यानी दिल जब टूटता है दर्द बहुत दूर तक होता है। तो ऐसे में प्यार तभी करना जब उसे निभा सको, सिर्फ टाइमपास के लिए प्यार कभी भी मत करना


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