सैलाब
सैलाब
चारों ओर जिधर भी नज़र दौड़ाओ भीड़ ही भीड़ दिखाई पड़ रही थी।
सोशल मीडिया से निकल कर जन आक्रोश सड़कों पर आ गया था। पुलिस की लाठियों की परवाह किए बिना लोग बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ अपना विरोध दर्शा रहे थे।
एक टीवी पत्रकार ने प्रदर्शनकारियों के नेता से पूछा- "आप लोगों के इस प्रकार विरोध का क्या नतीजा निकलेगा।"
"हमारा यह प्रदर्शन एक बदलाव की नींव रखेगा। अब नेताओं को यह एहसास होगा कि मत देने के बाद हम अब असहाय बन कर नहीं बैठेंगे बल्कि अन्याय और अव्यवस्था के खिलाफ आवाज़ उठाएंगे।"
उसके साथ के लोगों ने नारा लगाकर उसका समर्थन किया।