VIPIN KUMAR TYAGI

Inspirational

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VIPIN KUMAR TYAGI

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सार्थक प्रयास

सार्थक प्रयास

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सार्थक प्रयास हमेशा रंग लाते हैं। एक गांव में एक गरीब परिवार रहता था। उनके एक बेटा सौरव तथा एक बेटी कृष्णा थी, गरीब परिवार का मुखिया राम सिंह तथा। उनकी पत्नी सीमा थी। यह परिवार मजदूरी कर अपना घर चलाता था। राम सिंह अपने बेटा बेटी को पढ़ाना चाहते थे इसलिए सीमा ने भी मजदूरी शुरू की तथा बच्चों को गांव के स्कूल में प्रवेश दिला दिया बच्चों ने प्राथमिक शिक्षा अच्छे से पूरी की तब उन्होंने पास के शहर में उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए भेज दिया। बच्चे प्रतिदिन साइकिल से दोनों पढ़ने प्रतिदिन शहर जाते थे उन्होंने वहां से अपनी पढ़ाई अच्छे से शुरू की सौरव बड़ा था। वह अपनी भी पढ़ाई करता था तथा अपनी छोटी बहन कृष्णा की भी सहायता करता था। उसने कक्षा 10 अच्छे अंकों से सरकारी स्कूल से पास की फिर उसने अपने खर्चे चलाने के लिए ट्यूशन शुरू किए इस प्रकार से वह अपनी कक्षा से छोटी कक्षा के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था तथा अपनी पढ़ाई भी करता था। वह अपनी कक्षा के छात्रों की भी सहायता करता था। इस प्रकार से उसकी भी पढ़ाई हो जाती थी इस प्रकार से पढ़ाई करते हुए उसने कक्षा 12 भी अच्छे अंकों से पास की तथा। उसे एक अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश मिल गया तथा वह पढ़ने के लिए दूसरे शहर चला गया उसकी बहन ने भी अच्छे अंकों से कक्षा 10 पास की तथा कक्षा 12 भी उसने अच्छे अंकों से पास की तथा उसका प्रवेश मेडिकल कालेज में हो गया वह अपना तथा अपनी बहन का खर्चा ट्यूशन से निकालता था तथा अपनी पढ़ाई करता था। उसने इतनी मेहनत की कि वह इंजीनियरिंग की डिग्री भी अच्छे अंकों से पास कर गया, उसे एक अच्छे कंपनी में नौकरी भी मिल गई उसके पिता माता व बहन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा लेकिन वह आईएएस बनना चाहता था। अत उसने नौकरी छोड़ दी तथा आईएएस की तैयारी शुरू की उसने ट्यूशन भी साथ साथ ही जारी रखे उसका ध्येय था। मेहनत करके आईएएस बने उसने आईएएस की परीक्षा दी लेकिन वह प्रारंभिक परीक्षा में ही फेल हो गया उसको झटका लगा लेकिन उसने उससे सबक लिया फिर उसने दुगनी मेहनत से तैयारी शुरू की लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी उसने रात दिन मेहनत की फिर आईएएस की परीक्षा दी उसने प्रारंभिक परीक्षा को पास कर लिया उसने मुख्य परीक्षा दी लेकिन वह मुख्य परीक्षा में फेल हो गया उसने सोचा कि अब क्या करे उसने शांति से सोचा कि क्यों न पुन तैयारी करे उसने पुन तैयारी शुरू की अबकी बार ओर मेहनत से तैयारी की पुन परीक्षा दी तथा। मुख्य परीक्षा पास की तथा। इंटरव्यू दिया लेकिन रिजल्ट आने पर वह चयनित नहीं हो पाया उसे झटका लगा वह निराश हो गया उसके दोस्तों ने उसे समझाया उन्होंने उसे कहा कि एक बार ओर कोशिश करे उसकी समझ में आ गया उसने पुन हिम्मत की पुन तैयारी की इस बार पूरी मेहनत की रात दिन मेहनत की तथा पुन परीक्षा दी और इस बार वह चयनित हो गया वह आईएएस बन गया उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा उसके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा उसकी बहन भी डॉक्टर बन चुकी थी उसने भी आईएएस की परीक्षा दी उसने पहले ही प्रयास में आईएएस परीक्षा पास कर ली उस घर की खुशी का ठिकाना नहीं रहा राम सिंह व उनकी पत्नी की मेहनत रंग लाई उन्होंने जो कष्ट झेले अब उनके कष्टों का निराकरण हो गया अब वह अच्छे जीवन की कल्पना करने लगे उनका बेटा व बेटी आईएएस बन चुके थे वह उनके पास रहने लगे अच्छा जीवन जीने लगे उन्होंने गांव छोड़ दिया अपने बच्चों के पास शहर में रहने लगे सभी गांव के लोग अपने बच्चों को उनका उदाहरण देने लगे कहने लगे कि देखो उनके बच्चों ने कैसे मेहनत की तथा गांव का नाम रोशन किया अपने माता पिता का नाम रोशन किया आप भी चाहे तो आप भी जो चाहे वह बन सकते है केवल सार्थक प्रयास की जरूरत होती है आपको ऐसे ही सार्थक प्रयास करने है जैसे सौरव तथा कृष्णा ने की सौरव तो इतनी बार असफल हुआ कि और कोई होता तो उसके हौसले टूट जाते। अत कहा जा सकता है कि सार्थक प्रयास हमेशा रंग लाते हैं।



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