VIPIN KUMAR TYAGI

Inspirational

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VIPIN KUMAR TYAGI

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परिवार में सब समस्याओं का समाधान संभव

परिवार में सब समस्याओं का समाधान संभव

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एक गांव में एक परिवार रहता था. परिवार में माता दया, पिता सुरेंद्र, ताऊ रामशरण, ताई माया,चाचा मानवेंद्र चाची रानी , ताऊ का बेटा सुनील ,बेटी अपर्णा,चाचा का बेटा अरुण,बेटी सुमन व विकास व विकास की बहन तनु,विकास के दादा सुमेर चंद व दादी लक्ष्मी रहती थी. विकास के दादा के पास खेती की जमीन थीं. परिवार खेती करता था दादा का संपूर्ण परिवार पर कंट्रोल रहता था. दादा के साथ विकास के ताऊ भी परिवार की देखरेख करते थे एवं अन्य सदस्य परिवार का खेती में हाथ बढ़ाते थे. विकास, उसकी बहन, ताऊ का लड़का और चाचा का लड़का लड़की, ताऊ की लड़की सभी पास के स्कूल में पढ़ने जाते थे पूरे परिवार में एकता थी सभी एक दूसरे का सम्मान करते थे सभी एक दूसरे की भावनाओं का आदर करते थे. परिवार खुशी के साथ गांव में रह रहा था तथा गांव में वह एक प्रतिष्ठित परिवार था बच्चे भी पढ़ाई मन से कर रहे थे. तथा सभी बच्चे पढ़ाई में होशियार थे बच्चों की पढ़ाई की देखभाल व उनको समझाने का काम सामूहिक किया जाता था परिवार के सभी सदस्य बच्चों की पढ़ाई ,उनके खानपान ,उनके कपड़ों व उनकी जरूरतों की सामूहिक देखभाल करते थे किसी को भी कोई परेशानी हो तो सभी उसकी सहायता के लिए तैयार रहते थे। इस प्रकार से वह परिवार सामूहिक जिम्मेदारी के तहत रह रहा था.

कक्षा 10 में उनके बच्चों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की विकास की भी प्रथम श्रेणी आई कक्षा 12 में भी उसने अच्छी पढ़ाई की तथा अन्य भाई बहनों की तरह उसने भी प्रथम श्रेणी में कक्षा 12 पास की उसके बाद वह उच्च पढ़ाई के लिए पास के ही एक शहर में चला गया जहां पर उसने ग्रेजुएशन में प्रवेश लिया तथा अपनी पढ़ाई शुरू की वहां पर भी उसने पढ़ाई में कीर्तिमान स्थापित किए अच्छी पढ़ाई की तथा ग्रेजुएशन भी उसने प्रथम श्रेणी में प्राप्त की तथा पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लिया। इसी बीच उसके साथ एक समस्या उत्पन्न हो गई उसके दोस्त ने उसे नशे की लत लगा दी पहले तो उसने अपने उपर कंट्रोल किया लेकिन बाद में दोस्तों के साथ वह नशा करने लगा इसी कारण उसकी पढ़ाई बर्बाद होने लगी उसका प्रदर्शन खराब होने लगा घरवालों को लगा कि उसके प्रदर्शन खराब होने का कारण कोई ओर है उन्हें सही कारण का पता नहीं चला और वह उसको समझाते रहे लेकिन उसका प्रदर्शन खराब होता रहा और पोस्टपोजिशन में पहले ही साल में वह फेल हो गया वह सारे दिन नशे में रहने लगा.

उसका जीवन बद से बदतर हो गया उसी कॉलेज में उसकी बहन तथा ताऊ का लड़का भी पढ़ता था वह भी उसकी हालत देखकर परेशान हो गए विकास की बहन का भी प्यार उस स्कूल के एक लड़के से हो गया वह भी कॉलेज छोड़कर इधर उधर घूमने लगी तथा पढ़ाई में उसका प्रदर्शन भी खराब हुआ उसने एक दिन अपने प्रेमी के साथ जाने के लिए पढ़ाई छोड़ दी तथा शहर छोड़ बिन बताए कही चली गई. पूरा परिवार मानो बिखर गया सभी परेशान हो गए। सभी ने इस समस्या का कैसे समाधान हो सोचा। सभी इस समस्या के समाधान में पूरे मन से लग गए उन्होंने विकास को शहर से घर लाने की सोची वह उसे प्यार से घर ले आए सभी ने मिलकर उसे समझाया हररोज सभी उसे समझाते नशे के दुष्प्रभाव बताते तथा उसके साथ प्यार से बाते करते.दादा दादी ने उसे अपनी कसम खिलाई उसे नशा छोड़ने को तैयार कर लिया वह परिवार में मिलजुलकर रहने लगा. उसे शुरू में परेशानी हुई लेकिन धीरे धीरे वह नशे से दूर जाने लगा तथा एक दिन ऐसा आया कि उसने नशा छोड़ दिया उसने अपने परिवार से कहा कि वह आगे पढ़ाई करना चाहता। है परिवार ने उसे पढ़ने भेज दिया तथा उसको ताऊ के लड़के के पास रहकर पढ़ने की अनुमति दी. उसने पढ़ाई शुरू की तथा मन लगाकर पढ़ने लगा परिवार ने मिलजुलकर उसकी बहन का भी पता लगा लिया वह उसे समझा बुझाकर घर ले आए उन्होंने उसे बिना प्रताड़ित किए उसके इस कार्य के दुषपरिणाम बताए उस लड़के को भी समझाया जिसके साथ वह गई थी उसके माता पिता को भी समझाया अंत में दोनो पढ़ाई करने के लिए तैयार हो गए. परिवार में उसकी चाची ने कहा की वह उसके साथ व अन्य घर की लड़कियों के साथ शहर में रहेगी उनकी पढ़ाई कराएगी। ऐसा ही हुआ विकास की पोस्ट ग्रेजुएशन में भी प्रथम श्रेणी आई उसने बैंक की पीओ की परीक्षा दी तथा बैंक में ऑफिसर बन गया उसकी बहन ने भी ग्रेजुएशन प्रथम श्रेणी में पास की तथा पीसीएस परीक्षा पास कर अधिकारी बन गई। उसके सभी भाई बहन अपनी पढ़ाई कर नोकरी पा गए सभी अच्छी अच्छी नौकरी पर चले गए तथा चाचा चाची भी अपने गांव में आकर अपनी खेती बाड़ी में हाथ बटाने लगे। परिवार को सभी खुशियां पुन मिल गई. लोग इस परिवार की मिशाल दूर दूर तक देने लगे सभी अभी भी जो भी निर्णय लेते वह सामूहिक ही लेते परिवार एक संस्था बन गई सभी कार्य सामूहिक व बिना विवादो के होते थे उन्होंने सामूहिक रूप से अपनी दोनो समस्याओं का विवाद किस प्रकार से सुलझाया यह भी एक सामूहिक निर्णय का परिणाम था। हम सबने देखा की जो कार्य हम अकेले नहीं कर सकते उसका समाधान सामूहिक रूप से किया जा सकता है इसमें परिवार एक अच्छा रोल प्ले कर सकता है क्योंकि परिवार सामूहिक रूप से कार्य करता है सामूहिक निर्णय लेता है सभी अपने अपने प्रदत कार्यों को करते है अत हमे परिवार जैसी संस्थाओं को बढ़ावा देना चाहिए इससे परिवार में प्यार बना रहता है परिवार प्रगति करता है और परिवार सभी समस्याओं का सामुहिक निदान भी करता है


 


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