प्रदूषण
प्रदूषण
एक व्यक्ति अपने चारों ओर फैली हुई धुंध को देखकर बोला- "देखो ! वातावरण में कितना प्रदूषण है।"
उसी के समीप खड़ा दूसरा व्यक्ति गंभीर होकर बोला-
"इससे अधिक प्रदूषण तो आज के मनुष्य के भीतर है, इसीलिए तो वह अपने ही जैसे मानव को भी भेदभाव की दृष्टि से देखता है।"