पहला प्यार और संयम
पहला प्यार और संयम


संयम का खेल बड़ा सुंदर फसाना है सुनोगे तो दिन आपका बन जाना है ।।
बात है जब हम दोनों कॉलेज में थे । कैंप जाना था कॉलेज का सब बहुत खुश थे । मैं भी बहुत खुश था दो दिन और 3 रात का बाहर का प्रोग्राम था ।सबसे 5000 रुपये लिये गये थे । टोटल 48 जन थे हम जिसमें लैक्चरर भी थे । मेल और फिमेल ।
फिमेल ज्यादा थे मेल कम । बस फिमेल्स इस बात पर बहुत ज्यादा उछल रहे थे ।
बस आई सब को अपनी नंबर की सीट पर बैठना था ऐसा बोला गया था । मेरा नंबर 23 था यानी 22 पर कोई और ।
मगर कौन होगा लड़की या लड़का सोचते 2 काफी समय हो गया सब अपनी अपनी सीटों पर बैठे थे बस 22 नंबर खाली था । बस चलने में सिर्फ 5 मिनट का टाइम था ।
तभी एक खुबसूरत मुस्कान लिए काली जींस पैंट और नीला टि शर्ट पहने एक कमशीन नाजुक सौख और मतवाली लड़की चली आ रही थी ।
मैं बहुत खुश हो गया था मेरी किस्मत में यह हमसफर है बस भगवान को लाखों शुक्रिया कर डाले। वह पास आई औश्र बोली आप प्लीज इधर बैठ जाओ मुझे विण्डो के पास बैठना है आप को सही लगे तो ।
मै कुछ बोल नहीं पाया चुप चाप खड़ा हो गया और 22 पर मैं और 23 पर वह बैठ गयी। बस चल पडी़ गाने बजने लगे । गाना था .......
तुम पास आये यूं मुस्कुराए अब तो मेरा दिल जागे ना सोता है क्या करूं हाय कुछ कुछ होता है ।।
वह बोल पडी़ हाय माय सैल्फ पाखी .....मैं इस बार भी नहीं बोला और हाथ बचा दिया
वह बोली गुंगे हो क्या ?
नहीं नहीं ऐसी कोई बात नहीं है बस आप को देख कर आवाज नहीं निकल रही थी
वह बोली चुडैल नजर आ रही हूं या भूतनी
मेरी हंसी निकल पड़ी और कहा नहीं नहीं आप बहुत खूबसूरत हो
वह बोली हां पता है सब कहते हैं तो उसका बोलने से क्या लेना देना है।
मैंने कहा देखूं या बोलूं बस यंहा अटक रहा था।
वह बोली एट को मत लंबा सफर है बोलते रहोगे तो दोनों का अच्छा सफर कट जाएगा ।
मुझे भी उसकी यह बात अच्छी लगी क्योंकि इस तरह से चुप रह कर तो दोनों परेशान हो जाएंगे।
मैंने कहा ठीक है बताओ कुछ अपने बारे में
वह बोली नाम तो पहले बता चुकी हूं फाइनल ईयर में हूं इस बार कम्प्यूटर साइंस है मेरे पास।
मैं बोला मेरा भी फाइनल ईयर है और मेरे पास इलेक्ट्रॉनिकस है शिवा नाम है ।
बहुत प्यारा नाम है वह बोली
मैंने कहा थैंक्स
अब तक हम लोग 50 मिनट का सफर तय कर चुके थे बस बहुत तेज गति से चल रही थी । तभी बस से कुछ टकराने की आवाज के साथ सबको झटका लगा बहुत जोर से ।
मैंने खुद को संभाला और पाखी को देखा उसके चोट लग गयी थी सब बस में रोने चिल्लाने लगे तभी सर ने माईक से बोला की बस के आगे नील गाय आ गयी थी इसलिए बस को ब्रेक लगाना पड़ा जिसको चोट लगी है वह आगे आ जायेगा तब तक बस भी सही हो रही है ।
मैं खड़ा हुआ और बैंडेज लिया और पाखी को लगाया वह रो रही थी । उसको कैसे चुप कराऊं समझ नहीं आ रहा था ।
आगे का भाग चाहिए तो मेरा पेमेंट दो मेरा पेमेंट तो पता है ना आपकी प्यारी सी मुस्कान
पाखी रोये जा रही थी कुछ समझ नहीं आया आंखें बंद की और सीट पर बैठ कर उसे हग कर लिया वह भी एकदम चिपक गयी ।
मैंने उसे समझाया थोड़ी चोट लगी है ठीक हो जाओगे रो मत प्लीज ।
उसने पिछे हट कर कस कर मेरे को चांटा मारा और बोली मेरे खुन आ रहा है और दर्द हो रहा है फिर भी कह रहे हो कुछ नहीं हुआ ।
मैरी आंखों से आंसू निकल रहे थे उसने खुद को संभाल कर मेरी तरफ देखा और मुझे हग कर लिया बोली सॉरी यार तुम्हारा क्या कसुर 😊
मैंने कहा कोई बात नहीं समझ सकता हूं पर आपका हाथ हथोडा़ है जबड़े को हिला दिया आपने ।
वह प्यार से पुचकारने लगी और सॉरी बोलती रही
मैंने भी कहा ठीक है पर आगे से मारना मत मर जाऊंगा मैं ।
वह हंसने लगी और बोली बहुत अच्छी बातें करते हो बहुत जमेगी हमारी दोस्त 🤝🏻🤝🏻🤝🏻
एक एक्सीडेंट ने दोस्त बना दिया उस हसीन को ऊपर वाले तेरी माया, कहीं सुखी घास कंही उपवन लगाया।।
आखिर बस ठीक हो गयी और आगे बढने लगे कुछ लोग दर्द से परेशान थे पर धिरे 2 सामान्य माहौल हो गया । कुछ देर बाद बस रुकी सब बाहर निकल गये । पाखी को सहारा दे कर मैं बाहर तक लाया ।
सर ने कहा जिसके चोट लगी है उनका पहले चैकअप कराते हैं फिर सफर अच्छा लगेगा ।
पाखी बोली मुझे नहीं दिखाना
मैंने उसे कहा मैं साथ हूं ना चलो ताकि ये ना हो आगे परेशानी का सामना करना पड़े ।
वह मान गई नर्स ने चैक किया दवाई लगा दि और पेन किलर दे दिया रास्ते में दिक्कत हो तो 2 टेबलेट और दे दि ।
सब बस में आगये और बस रवाना हुई ।
रात हो चली थी । खाना खाने के लिए बस को रोक लिया गया बहुत बड़ा मंदिर था राधा और कृष्ण जी का । पुजारी जी ने बताया सच्चे दिल से जिसके लिये प्रेम है उसे मांग लो इस मंदिर में तो वह हर हाल में मिल जाते हैं।
एकबार तो विश्वास नहीं हुआ फिर हमारी एक मैडम ने अपने रिश्तेदार का किस्सा सुनाया तो मन ने कहा कर ले यकीन ।
मैंने पाखी की तरफ देखा वह मेरी तरफ देख रही थी हम दोनो हंस पडे़ ।
वह बोली वही सोच रहे हो जो मैंने सोचा
मैंने कहा शायद हां 😊
दोनो चुप हो गये और ऊठ कर मंदिर में जाने लगे पुजारी जी समझ गये थे वह भी हमारे पिछे 2 गुनगुना रहे थे ....
एक राधा एक श्याम
दोनों को एक ही काम....
हम मंदिर में पहुंच गये। बहुत प्यारी प्रतिमा थी दोनों की देखकर ही प्यार हो जाये।
पुजारी जी ने एक कपड़ा और नारियल दिया बोले यह लो दोनों अपने हाथ से वंहा बांध कर अपनी मनोकामना मन मन में सात बार दोहराना ।
पाखी को जैसे जल्दी थी अपनी चौट को भूल गई और मुझे चलने का इशारा किया मैं समझा नहीं अभी तक बोल रही थी अब चुप हो गयी है ।
कपड़ा बांध कर वह बोली क्या मांगा ?
मेरे मुँह से बरबस निकल गया तुम को
वह भाग गई । हां या ना क्या समझूं 🤔
वापस अपनी जगह बैठ गया अंताक्षरी शुरू हुई बोले तब तक खाना बन रहा है टाइम पास करने के लिए सही है ।
सब गाने गा रहे थे मजाक कर रहे थे पर हम दोनो पता नही कोन सी दुनिया में थे ।
सब लोगों की अंताक्षरी खत्म होने के बाद सर द्वारा खाने की अनाउंसमेंट की गई ।
हम दोनों भी खड़े होकर खाने के लिए चले गए ऐसे लग ही नहीं रहा था कि हम दोनों आज ही मिले हैं ऐसे लग रहा था जैसे पता नहीं कितने जन्मों का हमारा नाता होगा ।
उसका लंगड़ा कर चलना मुझे बिल्कुल भी
अच्छा नहीं लग रहा था इसलिए मैं जल्दी से आगे बढ़ा और उसका हाथ पकड़ कर अपने साथ चलाने लगा वह भी यह देखकर हंसने लगी ।
सबको हमारी केमिस्ट्री समझ आने लग गई थी ।
एक मैडम ने तो कह भी दिया शिव तूने तो फैमिली यहीं से बसाने का प्रोग्राम शुरू कर दिया लगता है ।
मैंने भी हंसकर जवाब दिया बस आपका आशीर्वाद रहा तो फैमिली के साथ ही आगे बढ़ेंगे ।
पाखी ने मेरी तरफ देखा और आंखों के इशारे से मुझे चुप रहने के लिए कहा भगवान कसम उसके इसारे ऐसे लग रहे थे जैसे मर जाऊं उसके लिए।
हम लोग खाना खाने लगे पाखी से खाना खाया नहीं जा रहा था क्योंकि उसके हाथ में पट्टी बंध चुकी थी और उसकी कोहनी भी मूड नहीं पा रही थी बस में शायद सबसे ज्यादा चोट उस को लगी थी ।
खिड़की पर जो पेच लगे हुए थे उस से टकराई उसके बाद आगे वाली सीट पर टकराई और फिर जब वापस बस रुकी तो पीछे उसी खिड़की के पेज पर फिर से टकराई पता नहीं वह इतनी लचीली कैसे थी।
मैंने उसको अपने हाथ से खाना खिलाना शुरू कर दिया सब लोग हमारी तरफ देख कर हंस रहे थे वह भी मेरा हाथ रोकने की कोशिश कर रही थी किंतु मैंने उसे कहा चुपचाप खाना खा लो।
वह कुछ नहीं बोली और खाना खाने लगी बीच-बीच में इशारों से कहती रही कि आप तो खाना खाओ, तो मैंने भी बीच-बीच में 1-2 बाइट अपने मुंह में डाल दी।
उस को खाना खिलाते खिलाते खाना साला पता नहीं इतना टेस्टी कैसे हो गया ऐसे लग रहा था जैसे अमृत खा रहा हूं सॉरी अमृत तो पीते हैं जो भी है यार बहुत अच्छा लग रहा था।
खाना खाने के बाद मैंने उसे अपना रुमाल दिया मुँह पूछने के लिए उसने पहले तो लेने से इनकार कर दिया फिर मैंने कहा कि तुम्हें पानी नहीं इस्तेमाल करना है याद है ना नर्स ने कहा था इसलिए अभी इसी से काम चलाओ फिर उसने मेरा इस्तेमाल कर लिया कुछ भी मत सोचो रुमाल की बात चल रही थी😆😆😆😆😆🌶️🌶️🌶️🌶️
सर ने बताया कि कुछ देर हम लोग आराम करेंगे और 10:30 बजे हमारी बस फिर से आगे के सफर के लिए निकल जाएगी तब जाकर हम कल सुबह तक अपनी मंजिल पर पहुंच पाएंगे आप सब लोगों को बस में ही सोना होगा कल पहुंचकर दिन भर आराम से सोना ।
इसीलिए प्रोग्राम थोड़ा लंबा बनाया गया है और क्योंकि बस में सभी को चोट लग गई है इसलिए प्रिंसिपल सर ने भी कहा है कि बेशक एक या 2 दिन एक्स्ट्रा लग जाए लेकिन बच्चों को कोई भी प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए।
हम लोग वहीं पर बैठे बैठे बातचीत करते रहे वह अपने बारे में बता रही थी दो बहने हैं वह बड़ी है छोटी वाली अभी स्कूल में पढ़ रही है पापा की डेथ हो चुकी है मम्मी को पापा की जगह पर जॉब मिल गई जिसकी वजह से घर खर्चे में इतनी प्रॉब्लम नहीं आती है।
मैंने भी उसे अपने बारे में बताया कि हम दो भाई हैं और एक बहन है दोनों मेरे से बड़े हैं मैं घर का सबसे छोटा और शैतान हूं लेकिन तुम्हारे सामने मेरी सारी शैतानी खत्म हो गई है ।
ऐसा लगता है तुम्हारी केयर करता रहूं क्या तुम जिंदगी भर मुझे अपनी केयर करने के लिए अपना केयरटेकर रखोगे?
उसकी आंखों में आंसू आ गए बोली काश ऐसा हो सकता और उसने मेरा हाथ पकड़ लिया ।
हम लोग एकदम अलग बैठे थे अंधेरा होने की वजह से ज्यादा किसी को दिखाई भी नहीं दे रहे थे क्योंकि मंदिर में लाइट गई हुई थी हम लोग मंदिर के बाहर बैठे थे ।
मैंने उसका हाथ अपने हाथों में लेते हुए कहा कि काश नहीं ऐसा ही होगा बस आप अपना इरादा बता दो मैं आपकी केयर सही से कर पा रहा हूं ना और क्या आपको लगता है कि मैं आपकी केयर अच्छे से कर पाऊंगा?
उसने कहा कि आप एकदम पापा की तरह हो पापा एकदम ऐसे ही मेरा ख्याल रखते थे और ऐसे ही पूछते भी थे मेरा बेटा ठीक है ना मैं मेरे बेटे का ख्याल रखता हूं ना पता नहीं आपमें क्या है लेकिन आपने एक बार बोलते ही मुझे अपनी सीट दे दी पूछा तक नहीं और जब से मुझे चोट लगी है ।
मेरा कोई अपना भी होता तो शायद वह मेरी इतनी केयर नहीं कर पाता आपने मेरे को खाना खिलाने के चक्कर में सिर्फ दो या तीन बाइट आपने मुंह में डाली थी मैं बहुत चाहती थी आपको खाना खिला दूं लेकिन मेरी हालत नहीं थी लेकिन मुझे बहुत दुख हो रहा है कि मेरे कारण आप भूखे हो ।
बस कर पगली रुलाएगी क्या😊😊😊😊😊
मैंने हंसते हुए उसकी बात काट दी और कहा कि जब मैं आप को खाना खिला रहा था और एक या दो वाइट जब अपने मुंह में डाल भी रहा था ।
तुम्हें खाना खिलाते 2 इतना स्वादिष्ट लग रहा था मेरा तो एक बाइट में ही पूरा पेट भर गया था पता नहीं मेरे को ऐसा लग रहा था जैसे मैं फलर्ट कर रहा हूं लेकिन सच में फलर्ट नहीं कर रहा था । बस अपने आप निकल रहे थे शब्द कहां से निकल रहे थे मैं भी नहीं जानता मैं इतना रोमांटिक बोल सकता हूं।
बस बस बातें बनानी तो कोई आपसे सीखे इधर से उधर जलेबी की तरह ऐसे बातें घुमा देते हो और आपकी बातें भी इतनी मीठी मीठी हैं कि कोई भी आपकी बात सुनकर आपको ना नहीं कह सकता - पाखी बोली
मैंने कहा अच्छा जी अब साला बातों में स्वाद का भी पता चलने लग गया कुछ देर पहले तो बस में बैठे बैठे रो रही थी और हम दोनों हंसने लगे😆
पाखी ने कहा कि मुझे नींद आ रही है बस में चलते हैं मैं सीट पर सो जाऊंगी ।
मैंने कहा पहले रुको एक बार में देख कर आता हूं मैं जल्दी से खड़ा हुआ और बस को देखने के लिए गया बस में साफ सफाई का काम चल रहा था मैंने पूछा उनसे कितना टाइम लगेगा उन्होंने कहा 20 मिनट लग जाएंगे अभी।
मैं वापस आया और आकर पाखी के पास बैठ गया । वह बहुत थकी हुई थी और ऐसे लग रहा था जैसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा हो उसको मेरी आंखों से आंसू निकलने को हो रहे थे लेकिन मैंने किसी तरह से कंट्रोल किया।
पाखी अभी थोड़ा टाइम लगेगा अभी हम बस में नहीं चल सकते क्या आप थोड़ी देर यहीं पर सोना चाहोगे ।
उसने पूछा यहां पर यहां पर कैसे सो सकती हूं पीछे लगाने के लिए भी कुछ नहीं है।
मैंने कहा उसकी चिंता मत करो मेरे पास बैग में चद्दर थी मैंने वह चद्दर निकाली और वहां बिछा दी पाखी को उस पर लेटने के लिए कहा ।
पाखी को दर्द इतना ज्यादा था उसने मेरी बात का बिल्कुल भी इनकार नहीं किया और वह लेट गई लेकिन मैंने देखा कि उसे कोई तकिया नहीं होने के कारण सर टिकाने में बहुत दिक्कत हो रही थी। मैंने धीरे से उसका सर उठाया और वहां अपना पैर लगा दिया अब सो जाओ आराम से ।
वह फिर से रोने लगी उसका रोना मुझसे देखा नहीं गया मैं उसके आंसू पौंछने लगा जैसे ही मैंने उसके गालों को छुआ पता नहीं बहुत कुछ अजीब सा होने लग गया एक ऐसी झनझनाहट शरीर में होने लग गई जो मैंने आज तक कभी महसूस नहीं की थी ।