पेंटिंग में छिपा रहस्य
पेंटिंग में छिपा रहस्य
मेरा ऐसा मानना है हर पेंटिंग में कलाकार कुछ ना कुछ कहना चाहता है ,उसकी फीलिंग छिपी रहती हैं ।
और कई सारे रहस्य भी जुड़े रहते हैं। आजकल तो स्कूलों के अंदर इतना ज्यादा रिवाज हो गया है पेंटिंग वगैरह का कि बच्चा बच्चा पेंटिंग करने लग गया है।
और जो कलाकार होते हैं उनकी कला तो कहीं छिपी नहीं रहती है। पेंटिंग एक उत्कृष्ट कला है।
मेरे को शुरू से पेंटिंग का शौक रहा है बहुत सारे लोग पेंटिंग बनाते हैं। मुझे वे पेंटिंग बहुत अच्छी लगती हैं ।
और मुझे पेंटर्स भी अच्छे लगते हैं जो पेंटिंग बनाते हैं ,कितना हुनर होता है। उनमें कितना दिमाग लगाकर बनाते होंगे ।
हम तो बायोलॉजी की ड्राइंग से आगे बढ़े ही नहीं।
पेंसिल ड्राइंग कर लेते हैं।
मगर पेंटिंग तो नहीं आती है
मगर मेरे आने वाले पीढ़ी के बच्चे सब काफी अच्छी पेंटिंग कर लेते हैं। पेंटिंग को शौकिया करा जा सकता है।
मगर व्यवसाय बनाना जरा मुश्किल है ।क्योंकि बहुत ही अच्छे पेंटर जो होते हैं वही सफल हो पाते हैं व्यवसाय में।
मैं खुशनसीब हूं कि मुझे मोनालिसा की ओरिजिनल पेंटिंग और लियोनार्डो द विंची, अच्छे-अच्छे कलाकारों की पेंटिंग देखने का मौका मिला।
वैसे मुझे पेंटिंग्स की बहुत समझ नहीं है मगर अच्छे रंगों का संयोजन होता है और पेंटिंग मन मोहने वाली होती है तो अच्छी लगती है।
पेंटिंग जुड़ी बातें बहुत कर ली अब मैं कहानी पर आती हूं। जैसा कि मैंने शुरू में ही लिखा की हर पेंटिंग में कोई ना कोई भेद छुपा होता है, और लोग अपने भेद को छिपाने के लिए भी पेंटिंग का सहारा लेते हैं। ताकि याद रख सके खजाना कहां गड़ा है ।
ऐसा ही एक वाकिया कहानी रूप में उसमें मैं आपको बता रही हूं
1971 में श्रीमती इंदिरा गांधी जो समय तात्कालिक प्रधानमंत्री थी उन्होंने राजाओं के प्रिवी पर्स मतलब उनको मिलने वाला गुजारा भत्ता बंद कर दिया।
बहुत सारे राजा लोग बौखलाए हुए थे ।
और 1975 में जब इमरजेंसी लगाई तब सभी राजाओं के खजानों पर छापे मारे गए।
उस समय के अंदर बहुत सारे राजाओं ने अपने खजानों को सरकार को ना सौंपना पड़े इसलिए अपने गुप्त स्थानों में खजानों को छिपा दिया था। बहुत सारे लोगों के खजाने तो पकड़े गए।
ऐसे में कुछ राजाओं ने और उनके परिवारों ने अपने घरों में कुछ भेदी पेंटिंग्स लगा रखी थी।
जो शायद उनको यह याद दिलाने के लिए होगी की उन्होंने खजाना कहां कहां छुपा रखा है। ताकि और कोई उससे ढूंढ ना सके
ऐसे ही एक पेंटिंग को देखकर कुछ सरकारी अधिकारी जब राजा के यहां छापा मारने गए तो वहां कुछ नहीं मिला ।
उनमें से एक काफी चतुर था उसका दिमाग चलता था।
उसने वहां पर पेंटिंग देखी उसमें कुछ पेंटिंग में किला था मंदिर था ,सरोवर था, और कुछ अजीब सा बना हुआ था। उसको देख कर हर किसी को इतना समझ में नहीं आता।
मगर उसका दिमाग चलता था तो उसने उस पेंटिंग के हिसाब से उस किले के अंदर जो मंदिर था,
सरोवर था, और सभी जगह छापे मारकर धन को बरामद किया ।
काफी सोना चांदी बरामद किया। जिसकी चर्चा बहुत दिनों तक अखबारों में होती रही थी की पेंटिंग ने खजाने का रहस्य खोला।
ऐसा ही एक मर्डर का केस था जो पेंटिंग देख कर के सुलझाया गया था पेंटिंग्स उसके रहस्य सुलझा कर जानने वालों को बहुत कुछ कह जाती है और बहुत कुछ अनसुलझे रहस्य सुलझा जाते है।
