पैसों का सही उपयोग
पैसों का सही उपयोग
शादी के बाद एक लड़की को कुछ अधिकार भी मिलते। वह अपने पति के हर चीज में समान अधिकार रखती है।
शादी से पहले जब कभी भी रीया को पैसे की जरूरत होती थी, तो वह अपने माता-पिता से मांगकर लेती थी। लेकिन शादी के बाद रीया अपने पति से पैसे मांगती नहीं थी, सीधा उसके बटुए से निकाल लेती थी।
ये बदलाव हर लड़की में शादी के बाद देखा जाता है। इस बदलाव से आशिष अपनी पत्नी रीया से बहुत परेशान रहता था। उसने रीया को समझाया लेकिन रीया ने उसकी बात को सुनकर अनसुना कर दिया।
एक दिन आशिष अपने दोस्तों के साथ बाहर खाने गया था। उसने अपने बटुए में से पैसे निकाले तो उसमें से ४००० रुपए गायब थे। आशिष बहुत परेशान हो गया था। कि उसके पैसे कहा गए।
तब उसने अपनी पत्नी रीया को फोन लगाया और पैसे के बारे में पुछा तो रीया ने बताया कि पैसे उसने निकाले थे। क्योंकि उसे पैसों की जरूरत थी। आशिष ने फोन पर कुछ नहीं कहा।
जब वह घर आया तो वह रीया पर बहुत गुस्सा करने लगा। रीया को आशिष की बात सुनकर बहुत बुरा लगा। लेकिन आशिष के गुस्से की कोई सीमा नहीं थी।
जब आशिष का गुस्सा शांत हो गया तब रीया ने उसे बताया कि वह पैसों का उपयोग ग़लत खर्च में नहीं करती। वह जरूरत के हिसाब से पैसे खर्च करती है और बाकी सारे पैसे वह जमा करती है भविष्य के लिए।
रीया ने आशिष को समझाया कि अगर पत्नी अपने पति के बटुए में हाथ डालती है तो इसका यह मतलब नहीं कि वह सारे पैसे फिजुल में खर्च करती है।
औरत ही है जो पैसों का सही उपयोग करना जानती है। और समय आने पर परेशानी को संभालना भी जानती है। औरतें घर बनाती है ना कि घर बिगाड़ती हैं।