नफरत
नफरत


जब मैं शादी होकर आई ।तो देखा मेरी सास ने अपने बच्चें को अकेले नौकरी करके पाला ।काबिल इंसान बनाया । उनके लिये मेरे दिल मे आदर और सम्मान और बढ़ गया ।फिर बाद में पता चला कि वो रिटायरमेंट के बाद गरीब और बेसहारा लड़कियों की शादी करवा देती हैं अपने खर्चे पर।न्यूज पेपर में आये दिन कुछ न कुछ
छपता ही रहता है
एक दिन जब मेरी बाजार में मुझे वो लड़की मिली जिसकी शादी मेरी सास ने करवाई थी।सुनकर मेरे कानों
को यकीन नही हो रहा था।मेरी सास शादी के नाम पर
लड़कियों को बेच देती थी उनकी अच्छी खासी जिंदगी को बद से बद्दतर बना देती थी सुनकर आँसू थम नही रहे थे। मुझेकवर अपनी सास से नफरत हो गई।