नजरिया
नजरिया


हॉस्पिटल से बाहर निकलते ही
रमेश अपनी सासू माँ जी से कहता है ।"बधाई हो माँ जी आप नानी बन गई" सुधा ने एक सुंदर से बेटे को जन्म दिया ।सारा परिवार बहुत खुश है।आप कब आ रही है
सुनते ही सुधा की माँ फूट फूट कर रोने लगी।रमेश पूछता रहा क्या हुआ माँ जी
माँ यही सोचकर रो रही थी
की बेटी को विदा करने के बाद
बेटियों पर जब ससुराल वाले जो पाबन्दियाँ लगाते है
जिससे माँ बाप को जो दर्द होता है
उस दर्द को रमेश कभी नहीं समझ पायेगा।