Shalini Dikshit

Inspirational

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Shalini Dikshit

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मोबाइल ऐप्स का दरिया

मोबाइल ऐप्स का दरिया

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अशोक ने विक्की के दोस्त और उसके छोटे भाई को अस्पताल से प्राथमिक उपचार दिलवाकर, उनके घर छोड़ा और अपने बच्चों चिंकी और विक्की के साथ वापिस कार में आ बैठा और कार घर की और बढ़ा दी।

वापसी में पाँच साल की चिंकी पूछ बैठी, "पापा अस्पताल में क्यों गए थे?"

"बेटा इस विक्की के दोस्त का भाई आज तुम्हारी सूझ-बूझ से बच गया, अगर तुम समय से आकर न बताती तो वो स्वीमिंग पूल में डूब जाता और ये महाशय तो अपने मोबाईल में ही डूबे रहते, उसी बच्चे को अस्पताल में दिखने गए थे हम।" अशोक अपने १५ वर्षीय बेटे की और इशारा करते हुए बोला। 

विक्की अपराध बोध से दबा था इसलिए चुपचाप सुनता रहा।

"पापा आप उसका पेट क्यों दबा रहे थे, फिर मुँह से पानी कैसे निकला?"

"वह पानी मे डूब गया तो उसके नाक और मुँह से पूल का पानी उसके पेट और फेफड़ो में घुस गया था, वही पानी उसका पेट दबा कर बाहर निकालना पड़ा वर्ना उसकी तबियत और खराब हो जाती।" अशोक कार ड्राइव करते हुए बोला लेकिन वो उस छोटी बच्ची के सामने ज्यादा नहीं बोला कि उसी समय उस बच्चे के पेट को दबाकर पानी न निकालते तो उस बच्चे की जान भी जा सकती थी।

"अरे भैया को तो पानी में तैरना आता है उसने ध्यान क्यों नहीं दिया?" चिंकी ने पूछा। 

"ध्यान कैसे देता; डूबा हुआ होगा अपने मोबाईल में………" अशोक विक्की की तरफ देखते हुए बोला।"

"आप हर बार यही कहते हो………...तो पापा भैया को भी डूबने से बचा लीजिए।" चिंकी ने चिंता के साथ कहा।

" ऐसा क्यों कह रही है?" अशोक ने आश्चर्य के साथ पूछा। 

 "उस दिन भी आप भैया से कह रहे थे कि हमेशा मोबाइल में डूबा रहता है और मोबाईल से निकलकर सारे ऐप्स उसके अंदर घुस गये है…………" चिंकी बोली।

"तो अब क्या करें तुम बताओ?"अशोक ने चिंकी से पूछा वो जानना चाहता था कि वह सोच क्या रही है?

"भैया का पेट दबा के सारे एप्प उसके अंदर से निकाल दे और फिर उसको तैरना सीखा दे तो वो मोबाइल में नही डूबेगा…………" चिंकी ने मासूमियत से कहा।

"हाँ तुम ने बिल्कुल सही कहा बेटा अब इस विक्की के बच्चे को एप्स के इस दरिया से बाहर निकालना ही पड़ेगा।" अशोक मुस्करा कर बोला। 

दोनों बच्चे भी उसकी बात पर हँस पड़े

अपनी मासूम सोच से कितनी बड़ी बात कह दी थी चिंकी ने कि फालतू के ऐप्स निकाल भैया को ऐप्स के दरिया में तैरना सीखा दिया जाए क्योंकि इन के बिना अब जीना संभव नहीं और इनमें डूबना भी खतरनाक है इसलिए सावधानी से तैरना ही एक मात्र उपाय है।


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