मेरे वेलेंटाइन पतिदेव
मेरे वेलेंटाइन पतिदेव
मैडम मेरी शादी में तो आप अपने पति और दो बच्चों के साथ आओगे। अभी तो मैंने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ करना है। बड़े भाई की शादी करनी हैं, पहले सैटल होना हैं। और प्यार ये शब्द मेरे लिए नहीं बना है, मुझे इतनी जल्दी प्यार नहीं होगा और मेरी शादी में अभी आठ -दस साल है। और मेरी शादी में आप अपने पति और दो बच्चों के साथ आओगे।
ये वहीं शब्द हैं जो मेरे पतिदेव ने तब कहे थे, जब मैं और वो फेसबुक फ्रैंड थे और पहली बार मिल रहे थे। जब ये बातें याद आती हैं तो एक अलग ही मुस्कुराहट आ जाती है। सच में बड़ी मजेदार है हमारी लव-स्टोरी,
कहाँ सोचा था कि हम दोनों एक दिन हम सफर होंगे, मैंने आपको बोला कि देखते हैं जनाब क्या होता है इस न्यू ईयर से पहले आपको प्यार हो जाएगा और सच में ग्यारह दिसंबर 2013 को आपने मुझे कहा कि आपको प्यार हो गया है मैंने बोला- अच्छा जी कौन हैं वो ?
तो आप बोले मैडम जी जिससे मैं प्यार करने लगा हूँ वो आप ही हैं, बोलिए क्या मेरी हम सफर बनेंगी। ये सुनकर मैं तो अवाक रह गई। पर धीरे-धीरे आपकी भी आदत हो गई मुझे और मेरी ना को आपकी कोशिशों ने हाँ में बदल दिया। और फिर 2015 में हमारी शादी हो गई।
शादी के दिन जब मैंने बोला कि जनाब आपकी तो आज शादी है तो मैं तो अकेली हूँ मेरे पति और बच्चे कहाँ हैं तो आपका चेहरा देखने लायक था।
पतिदेव के फौज में होने के कारण चाहकर भी मैं इनके साथ नहीं जा पाती हूँ। इन्हें बहुत कम छुट्टी मिलती हैं पर जब भी हम दोनों साथ होते हैं, वो पल मेरी जिंदगी के सबसे खूबसूरत पल होते हैं, पतिदेव को गोल-गप्पे पसंद नहीं थे परंतु शादी के इन तीन सालों में मेरे साथ गोल-गप्पे खाते-खाते मुझसे ज्यादा गोल-गप्पे इनके फेवरेट हो गए हैं। वेलेंटाइन डे तो साल में एक बार आता है पर इनका मेरी खुद से ज्यादा फ्रिक करना, मेरी खुशी के लिए किसी से भी भीड़ जाना, मेरी छोटी-छोटी ख़ुशियों का ख्याल रखना मुझे ये एहसास दिलाता हैं कि आपके साथ बिताया हर पल बहुत खास है। मेरे वेलेंटाइन मेरे प्रिय पतिदेव के लिए दो तेरी मोहब्बत में डूब कर बूंद से दरिया हो जाऊँँ, मैं तुझसे शुरू होकर तुझमें खत्म हो जाऊँ।