लॉक्डाउन २ सत्रहवाँ दिन
लॉक्डाउन २ सत्रहवाँ दिन


प्रिय डायरी आज 01 मई 2020, देश में लौकडाउन का 38वां दिन है। घर में रहिए , सुरक्षित रहिये, जिम्मेदार नागरिक बनिए , देश हित मे नियम पालन करिये। हालात बिगड़ते जा रहे हैं दिन बीतने के साथ साथ इस महामारी कारोना से ग्रसित मामले बड़ते जा रहे हैं।. सहयोग करिए, साथ दीजिये और कर्म वीरों को नमन करिए।
प्रिय डायरी आज मजदूर दिवस है और मजदूर दिवस पर आज देश ही नहीं विश्व के सभी मजदूर परेशान हैं।पर निराश होने की आवश्यकता नहीं कोरोना हारेगा और मानव जीतेगा।
मजदूर दिवस की सभी मजदूर भाई बहनो को बधाई।
प्रिय डायरी स्वाभिमान आज दांव पर लगा है ये मजदूर जो ना जाने कितने विरानो को चीन कर घर बनाते हैं हमारे लिये खुद झोपड़ी मे रहते है आज जब आसाहय हैं काम नहीं करने को तब उनके स्वाभिमान की परवाह किये बैगेर हम उनको दो रोटी दे फोटो खिंचवा सोशल मीडिया पर डाल देते हैं बिना ये जाने की उनका हृदय अन्दर से रो रहा है बिलख रहा है। मानवता का ऐसा हनन भिखारी नहीं हैं ये लोग ये मेहनतकश हाथ हैं तभी तो ये आलीशान घर हैं सड़कें हैं, पुल हैं, आलीशान ऑफ़िस की इमारतें हैं। ऐसे हाथों को भीख समझकर देने की भूल ना करो ये वक्त के मारे हैं। हालात के मारे हैं। ये मजदूर का मजबूर हाथ है बिना स्वाभिमान को चोट पहुँचाये मदद करें। चलो आज मजदूर दिवस पर यही प्रण करें।
प्रिय डायरी मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं। अगर आज हम किसी की मदद करते हैं बिना किसी स्वार्थ के तो कल वो ईश्वर हमारे कर्मों का फल अवश्य देगा। निस्वार्थ कर्म ही हमे इंसानियत का पाठ पढ़ाता है।. और जिसमें इंसानियत है वही देश का सच्चा सेवक है। आज फिर मिलकर हर उस व्यक्ति का शुक्रिया अदा करने का मन कर रहा है जो बिना किसी स्वार्थ के मानवता की सेवा में लगे हैं दिन रात जरुरतमंदों के घर राशन और जरुरत का सामान पहुँचा रहे है। बिना दिखावा किये चुपचाप अपने मानव धर्म का पालन कर हज़ारों जिंदगीयाँ बचा रहे हैं उन सबको मेरा सादर नमन है। ईश्वर उनके भंडार भरे रखे उन्हें दीर्घ आयु बनाये उनके घर परिवार में हमेशा ख़ुशहाली रहे।
प्रिय डायरी आज इतना ही मज़दूर दिवस पर ईश्वर से प्रार्थना है की जल्दी सब सामान्य हो जाये और मजदूर वर्ग अपने काम पर लौट फिर अपनी आजीविका कमाने लग जाये। आज इतना ही प्रिय सखी:
तुम मजबूत हो
तुम निडर हो
तुम कर्म प्रधान
तुम हिम्मत न हारना
कारोना को हराना
फिर अपने हाथों से
पुनर्निर्माण कर यहाँ
एक विश्व तुमको है बनाना।